शाहजहांपुर : जिले की थाना बंडा पुलिस ने नहर विभाग की बंद पड़ी सरकारी कोठी से तमंचे बनाने वाली अवैध शस्त्र फैक्ट्री का खुलासा किया है. पुलिस ने मौके से कई बने हुए तमंचे और अधबने तमंचे बरामद किए हैं. इसके अलावा तमंचे बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं. इस मामले में पुलिस ने रति राम और राम बाबू नाम के दो लोगों को पकड़ा है, जो पंचायत चुनाव के दौरान तमंचा खपाने की तैयारी कर रहे थे. अब पुलिस तमंचों के खरीदारों की तलाश में जुटी है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि थाना बंडा क्षेत्र के भाम्भी पुल के किनारे खंडहर हो चुकी नहर विभाग की कोठी के अंदर एक बड़ी अवैध शस्त्र फैक्ट्री चल रही है. इसी सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी करके जब नहर कोठी के अंदर छापेमारी की तो वह भी हैरत में पड़ गई. यहां पुलिस को 315 बोर के 2 बने हुए तमंचे, 315 बोर के ही 2 अधबने तमंचे, कई तमंचों की बॉडी और कई नाले मिलीं हैं. इसके अलावा तमंचे बनाने के बेहतरीन उपकरण भी बरामद हुए हैं.
दो लोग मौके से गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से ही इसी इलाके के रहने वाले रतिराम और राम बाबू को गिरफ्तार किया है. दोनों इससे पहले तमंचे बनाने के मामले में जेल भी जा चुके हैं. पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए लोग नहर विभाग की बंद पड़ी कोठी में रोजाना दो से तीन तमंचे तैयार करते थे और उन्हें 4 से 5 हजार रुपये में बेच देते थे. तमंचे की नाल बनाने के लिए यह लोग कार के स्टेयरिंग की रॉड का इस्तेमाल करते थे, जो बेहद मजबूत मानी जाती है.
अमूमन किसी भी तरह के चुनाव के आने पर अवैध असलहों की बिक्री बढ़ जाती है. ऐसे में पुलिस इस बात की आशंका जाहिर कर रही है कि पकड़े गए लोग पंचायती चुनाव में तमंचों को खपाने के लिए बेहद तेजी से तमंचे बना रहे थे, जिन्हें बेहद आसानी से 4 से 5 हजार रुपये के बीच में बेच दिया जाता था.
एसपी ने दी यह जानकारी
एसपी एस आनंद ने बताया कि पकड़े गए लोगों से उन सभी लोगों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है, जिन लोगों ने इस अवैध शस्त्र फैक्ट्री में बने तमंचों की खरीदारी की है. एसपी का यह भी कहना है कि तमंचे खरीदने वालों की भी गिरफ्तारी की जाएगी और उनसे इस बात को लेकर भी पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने अवैध हथियारों से कोई अपराध किया है या नहीं.