शाहजहांपुर: जिले में सबसे ज्यादा रामगंगा में आई भीषण बाढ़ ने तबाही मचाई है. यहां की जलालाबाद, तिलहर और सदर तहसील के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. आलम यह है कि बाढ़ पीड़ित लोग सड़कों पर अस्थाई झोपड़ी डालकर सरकारी मदद का इंतजार कर रहे हैं. फिलहाल जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को जल्दी मदद पहुंचाने का भरोसा दिलाया है.
दरअसल, यहां के जलालाबाद तहसील में रामगंगा नदी में आई भीषण बाढ़ नें तेजी से पानी का फैलाव शुरू कर दिया है. इलाके का कसारी, कोलाघाट, नूरपुर, कोठी वाला बाग और महुआ दांडी को पूरी तरीके से बाढ़ के पानी में अपने आगोश में ले लिया है. गांव में पानी भरने से कई मकान प्रभावित हुए हैं. अपने बच्चों और परिवार को बचाने के लिए लोग नाव के जरिए सुरक्षित जगह पर पहुंच गए हैं.
इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क के किनारे अपनी स्थाई झोपड़ियां डाल ली हैं. जहां रहे रहे लोग अब सरकारी मदद का इंतजार कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि वह कल से भूखे प्यासे अपने परिवार के संग पड़े हुए हैं, लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी उनका हाल पूछने नहीं आया है.
वर्ष 2008 में आई भीषण बाढ़ में इस इलाके में भारी तबाही मचाई थी. इसमें कई लोगों की जान चली गई थी. इस बार भी रामगंगा ने कई इलाके में गांव को अपनी चपेट में ले लिया है. जिससे कई घर तबाह हो गए और बहुत बड़े इलाके में फसल बर्बाद हुई है. जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार क्षेत्रों का निरीक्षण करके बाढ़ का हालात का जायजा ले रहे हैं.
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डीएम का कहना है कि सरकारी मदद के लिए सभी जिम्मेदार विभागों को निर्देशित कर दिया गया है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं. शाहजहांपुर में जलालाबाद, तिलहर और सदर तहसील में बाढ़ ने सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है. यहां गर्रा नदी और रामगंगा नदी का पानी आबादी वाले क्षेत्रों में दस्तक दे रहा है. फिलहाल जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही बाढ़ प्रभावित लोगों को बाढ़ से राहत मिल जाएगी.