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सूदखोर से परेशान होकर पूरे परिवार ने की थी आत्महत्या, आरोपी गिरफ्तार - शाहजहांपुर समाचार

यूपी के शाहजहांपुर में सोमवार को सूदखोर से परेशान होकर पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली थी. चौक कोतवाली क्षेत्र के कच्चा कटरा इलाके के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता ने सूदखोर से 12 लाख रुपये उधार लिए थे. 32 लाख कर्ज चुकाने के बाद भी सूदखोर ने व्यापारी के घर की रजिस्ट्री करवा ली थी. पुलिस ने आरोपी सूदखोर को गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : Jun 8, 2021, 4:17 PM IST

Updated : Jun 9, 2021, 1:50 AM IST

शाहजहांपुरः जिले में सोमवार को पूरे परिवार के आत्महत्या मामले को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है.चौक कोतवाली क्षेत्र के कच्चा कटरा इलाके के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता ने सूदखोर से परेशान होकर बेटा, बेटी और पत्नी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. दवा व्यापारी ने सूदखोर से 12 लाख रुपये उधार लिए थे. इसके बाद दवा व्यापारी सूदखोर को 32 लाख रुपये दे चुके थे, लेकिन उसके बाद भी 75 लाख रुपये बकाया था. इसके बाद सूदखोर ने दवा व्यापारी के घर की रजिस्ट्री करवा ली थी और सोमवार को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया था. जिसके चलते पूरे परिवार ने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी सूदखोर को गिरफ्तार कर लिया है.

फांसी पर लटका मिला था परिवार के 4 सदस्यों का शव

चौक कोतवाली क्षेत्र के कच्चा कटरा इलाके के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता मेडिकल का काम करते थे. सोमवार को मोहल्ले वालों ने जब घर से किसी को बाहर निकलते हुए नहीं देखा तो अंदर जाकर देखा अखिलेश गुप्ता मकान के जाल में लटके हुए हैं. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस मौके पर पहुंचकर देखा तो दवा व्यापारी अखिलेश, उनकी पत्नी रिशु, बेटा शिवांक (12) और बेटी अर्पिता (6) का शव फांसी के फंदे पर लटका था. इस दौरान पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आर्थिक तंगी और कर्ज सुसाइड की मुख्य वजह बताई गई थी.

जानकारी देते पुलिस अधीक्षक

ये भी पढ़ें-शाहजहांपुर में एक ही परिवार के 4 लोगों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

12 लाख कर्ज को बना दिया था 1 करोड़

पुलिस का कहना है कि दवा व्यापारी अखिलेश की काट के सूदखोर अविनाश बाजपेई से दोस्ती थी. जिसके चलते अखिलेश ने अविनाश से अपना व्यापार को बढ़ाने के लिए कई साल पहले 12 लाख रुपये का कर्ज लिया था. यह कर्ज दवा व्यापारी ने धीरे धीरे 32 लाख अदा कर दिया था, इसके बावजूद इसके 75 लाख रुपये बकाया रह गया था. इसके बाद सूदखोर और उसके गुर्गे दवा व्यापारी को रकम अदायगी के लिए परेशान कर रहे थे.

पुलिस को घर से 3 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आत्महत्या करने की मुख्य वजह कर्ज में डूबा हुआ बताया गया था. इस सुसाइड नोट में लिखा था कि अखिलेश गुप्ता ने काट के रहने वाले सूदखोर अविनाश बाजपेई से कर्जा लिया था. इस कर्जे को वह 3 गुना वापस कर चुका है, लेकिन फिर भी सूदखोर 75 लाख रुपए और देना बता रहा है. इतना ही नहीं जब परिवार 75 लाख रुपए वापस नहीं कर पाया तो सूदखोर ने उसके घर की रजिस्ट्री करा ली, अब सूदखोर और उसके गुर्गे दवा व्यापारी से घर खाली करने का दबाव बना रहे हैं, जिसके चलते उसने पूरे परिवार सहित यह आत्मघाती कदम उठाया है. पुलिस ने घर से फॉरेंसिक एविडेंस और कॉल रिकॉर्ड को साक्ष्य के रूप में इकट्ठा किया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी की मृत्यु लटकने से हुई है. फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर आरोपी सूदखोर अखिलेश बाजपेई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक एस. आनंद.

सूदखोर ने घर की करवा ली थी रजिस्ट्री

इसी के चलते सूदखोर अविनाश ने दवा व्यापारी के मकान की रजिस्ट्री करवा ली थी और दाखिल खारिज की करवा दिया था. इसके साथ ही बीते सोमवार को घर खाली करने का अल्टीमेटम का दिया था. इसी दिन ही पूरे परिवार ने सुसाइड कर लिया. पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने बताया कि आरोपी सूदखोर अविनाश बाजपेई की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं. सूदखोर की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. शाहजहांपुर पुलिस ने एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है, जिस पर कोई भी कर्जदार सूदखोर के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है.

शाहजहांपुरः जिले में सोमवार को पूरे परिवार के आत्महत्या मामले को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है.चौक कोतवाली क्षेत्र के कच्चा कटरा इलाके के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता ने सूदखोर से परेशान होकर बेटा, बेटी और पत्नी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. दवा व्यापारी ने सूदखोर से 12 लाख रुपये उधार लिए थे. इसके बाद दवा व्यापारी सूदखोर को 32 लाख रुपये दे चुके थे, लेकिन उसके बाद भी 75 लाख रुपये बकाया था. इसके बाद सूदखोर ने दवा व्यापारी के घर की रजिस्ट्री करवा ली थी और सोमवार को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया था. जिसके चलते पूरे परिवार ने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी सूदखोर को गिरफ्तार कर लिया है.

फांसी पर लटका मिला था परिवार के 4 सदस्यों का शव

चौक कोतवाली क्षेत्र के कच्चा कटरा इलाके के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता मेडिकल का काम करते थे. सोमवार को मोहल्ले वालों ने जब घर से किसी को बाहर निकलते हुए नहीं देखा तो अंदर जाकर देखा अखिलेश गुप्ता मकान के जाल में लटके हुए हैं. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस मौके पर पहुंचकर देखा तो दवा व्यापारी अखिलेश, उनकी पत्नी रिशु, बेटा शिवांक (12) और बेटी अर्पिता (6) का शव फांसी के फंदे पर लटका था. इस दौरान पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आर्थिक तंगी और कर्ज सुसाइड की मुख्य वजह बताई गई थी.

जानकारी देते पुलिस अधीक्षक

ये भी पढ़ें-शाहजहांपुर में एक ही परिवार के 4 लोगों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

12 लाख कर्ज को बना दिया था 1 करोड़

पुलिस का कहना है कि दवा व्यापारी अखिलेश की काट के सूदखोर अविनाश बाजपेई से दोस्ती थी. जिसके चलते अखिलेश ने अविनाश से अपना व्यापार को बढ़ाने के लिए कई साल पहले 12 लाख रुपये का कर्ज लिया था. यह कर्ज दवा व्यापारी ने धीरे धीरे 32 लाख अदा कर दिया था, इसके बावजूद इसके 75 लाख रुपये बकाया रह गया था. इसके बाद सूदखोर और उसके गुर्गे दवा व्यापारी को रकम अदायगी के लिए परेशान कर रहे थे.

पुलिस को घर से 3 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें आत्महत्या करने की मुख्य वजह कर्ज में डूबा हुआ बताया गया था. इस सुसाइड नोट में लिखा था कि अखिलेश गुप्ता ने काट के रहने वाले सूदखोर अविनाश बाजपेई से कर्जा लिया था. इस कर्जे को वह 3 गुना वापस कर चुका है, लेकिन फिर भी सूदखोर 75 लाख रुपए और देना बता रहा है. इतना ही नहीं जब परिवार 75 लाख रुपए वापस नहीं कर पाया तो सूदखोर ने उसके घर की रजिस्ट्री करा ली, अब सूदखोर और उसके गुर्गे दवा व्यापारी से घर खाली करने का दबाव बना रहे हैं, जिसके चलते उसने पूरे परिवार सहित यह आत्मघाती कदम उठाया है. पुलिस ने घर से फॉरेंसिक एविडेंस और कॉल रिकॉर्ड को साक्ष्य के रूप में इकट्ठा किया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी की मृत्यु लटकने से हुई है. फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर आरोपी सूदखोर अखिलेश बाजपेई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक एस. आनंद.

सूदखोर ने घर की करवा ली थी रजिस्ट्री

इसी के चलते सूदखोर अविनाश ने दवा व्यापारी के मकान की रजिस्ट्री करवा ली थी और दाखिल खारिज की करवा दिया था. इसके साथ ही बीते सोमवार को घर खाली करने का अल्टीमेटम का दिया था. इसी दिन ही पूरे परिवार ने सुसाइड कर लिया. पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने बताया कि आरोपी सूदखोर अविनाश बाजपेई की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं. सूदखोर की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. शाहजहांपुर पुलिस ने एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है, जिस पर कोई भी कर्जदार सूदखोर के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है.

Last Updated : Jun 9, 2021, 1:50 AM IST

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