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शाहजहांपुर के बुजुर्ग की कागजों में मौत, जिंदा होने पर भी नहीं मिल पा रही कोई आर्थिक मदद - शाहजहांपुर में बुजुर्ग कागजों में मृत घोषित

शाहजहांपुर में एक बुजुर्ग व्यक्ति को कागजों में मरा (shahjahanpur elder death on document) हुआ दिखाया गया है. व्यक्ति ने जिम्मेदार अधिकारियों से खुद को कागजों में जिंदा (shahjahanpur person demanded to revive himself) करने की मांग की है.

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Published : Sep 6, 2022, 12:08 PM IST

Updated : Sep 6, 2022, 11:02 PM IST

शाहजहांपुर: जिले में एक बुजुर्ग की कागजों में मौत (elder death on document shahjahanpur) का मामला सामने आया है. बुजुर्ग ओमप्रकाश (70) अभी जिंदा है, लेकिन कागजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है. जिंदा होते हुए भी वह शख्स मुर्दा बनकर रह गया है. अब बुजुर्ग अपने जिंदा (shahjahanpur person demanded to revive himself) होने के सबूत के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. फिलहाल इस मामले में जिले के आला अधिकारी सिर्फ जांच करने की बात कर रहे हैं.

ओमप्रकाश ने बताया कि उसे अफसरों ने कागजों में जीते जी मार (shahjahanpur elder death on document) दिया है. लेकिन, वह अभी जिंदा है. सरकारी बाबुओं की लापरवाही से ओमप्रकाश को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से पीड़ित की वृद्धावस्था पेंशन रोक दी गई और उसके बैंक खाते को भी होल्ड कर दिया गया है. इससे ओमप्रकाश को अब कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है और न ही वह अपने बैंक खाते में जमा पैसा ही निकाल पा रहे हैं. उनका कहना है कि वह जब भी पैसा निकालने बैंक जाते हैं, तभी बैंक वाले उन्हें मरा बताकर वहां से जाने को कह देते हैं.

जानकारी देते पीड़ित

शाहजहांपुर के तिलहर के फत्तेपुर गांव निवासी बुजुर्ग ओमप्रकाश अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए पिछ्ले एक साल से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अफसर हैं कि मानते ही नहीं. पीड़ित ओमप्रकाश ने बताया कि यहां के अफसरों ने उन्हें कागजों में मार दिया है. लेकिन, जिंदा ओमप्रकाश को अपना जीवन यापन करने के लिए पैसों की जरूरत है. पीड़ित ओमप्रकाश को जिले के बाबुओं ने कागजों में मार दिया है. इसलिए उसकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद हो गई है. सिर्फ इतना ही नहीं पैसे के अभाव में पीड़ित के खेत में खड़ी गन्ने की फसल भी सूख रही है. बैंक में जमा पैसे का भुगतान सिर्फ इसलिए नहीं हो पा रहा है, क्योंकि उसे कागजों में मृत (shahjahanpur elder death on document) घोषित कर दिया है.

पढें- होटल लेवाना अग्निकांड : 21 अभियंताओं के खिलाफ होगा एक्शन, बिल्डर के खिलाफ होगी ये कार्रवाई

पीड़ित ओमप्रकाश ने बताया कि बैंक में उसके खाते में पैसे जमा हैं. लेकिन, वह पैसे भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अब ऐसे में ओमप्रकाश अपने आप को जिंदा (shahjahanpur person demanded to revive himself) साबित करने की कोशिश में लगे हुए हैं. न्याय की आस में फरियाद लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे पीड़ित ओमप्रकाश ने अपनी दर्द भरी कहानी मीडिया के सामने बयां की. फिलहाल इस मामले में जिले के आला अधिकारी सिर्फ जांच करने की बात कह रहे हैं.

पढें- सब इंस्पेक्टर भर्ती में हुई धांधली पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगी जानकारी

शाहजहांपुर: जिले में एक बुजुर्ग की कागजों में मौत (elder death on document shahjahanpur) का मामला सामने आया है. बुजुर्ग ओमप्रकाश (70) अभी जिंदा है, लेकिन कागजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है. जिंदा होते हुए भी वह शख्स मुर्दा बनकर रह गया है. अब बुजुर्ग अपने जिंदा (shahjahanpur person demanded to revive himself) होने के सबूत के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. फिलहाल इस मामले में जिले के आला अधिकारी सिर्फ जांच करने की बात कर रहे हैं.

ओमप्रकाश ने बताया कि उसे अफसरों ने कागजों में जीते जी मार (shahjahanpur elder death on document) दिया है. लेकिन, वह अभी जिंदा है. सरकारी बाबुओं की लापरवाही से ओमप्रकाश को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से पीड़ित की वृद्धावस्था पेंशन रोक दी गई और उसके बैंक खाते को भी होल्ड कर दिया गया है. इससे ओमप्रकाश को अब कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है और न ही वह अपने बैंक खाते में जमा पैसा ही निकाल पा रहे हैं. उनका कहना है कि वह जब भी पैसा निकालने बैंक जाते हैं, तभी बैंक वाले उन्हें मरा बताकर वहां से जाने को कह देते हैं.

जानकारी देते पीड़ित

शाहजहांपुर के तिलहर के फत्तेपुर गांव निवासी बुजुर्ग ओमप्रकाश अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए पिछ्ले एक साल से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अफसर हैं कि मानते ही नहीं. पीड़ित ओमप्रकाश ने बताया कि यहां के अफसरों ने उन्हें कागजों में मार दिया है. लेकिन, जिंदा ओमप्रकाश को अपना जीवन यापन करने के लिए पैसों की जरूरत है. पीड़ित ओमप्रकाश को जिले के बाबुओं ने कागजों में मार दिया है. इसलिए उसकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद हो गई है. सिर्फ इतना ही नहीं पैसे के अभाव में पीड़ित के खेत में खड़ी गन्ने की फसल भी सूख रही है. बैंक में जमा पैसे का भुगतान सिर्फ इसलिए नहीं हो पा रहा है, क्योंकि उसे कागजों में मृत (shahjahanpur elder death on document) घोषित कर दिया है.

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पीड़ित ओमप्रकाश ने बताया कि बैंक में उसके खाते में पैसे जमा हैं. लेकिन, वह पैसे भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अब ऐसे में ओमप्रकाश अपने आप को जिंदा (shahjahanpur person demanded to revive himself) साबित करने की कोशिश में लगे हुए हैं. न्याय की आस में फरियाद लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे पीड़ित ओमप्रकाश ने अपनी दर्द भरी कहानी मीडिया के सामने बयां की. फिलहाल इस मामले में जिले के आला अधिकारी सिर्फ जांच करने की बात कह रहे हैं.

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Last Updated : Sep 6, 2022, 11:02 PM IST

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