शाहजहांपुर : जिले के थाना सदर बाजार क्षेत्र के एक मोहल्ले की रहने वाली 38 साल की महिला ने उसी मोहल्ले में रह रहे दो युवकों पर दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता का कहना है कि जब उसकी उम्र 12 वर्ष थी, तब उसके साथ नबी हसन और गुड्डू ने रेप किया था. साथ ही मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी थी. घटना के बाद वह गर्भवती हो गई और एक बेटे को जन्म दिया. अब बेटा महिला से पूछ रहा है कि 'मैं कौन हूं' वह मां से अपने पिता का नाम पूछ रहा है. पीड़िता का कहना है कि उसने न्यायालय द्वारा दबंग युवकों के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता का यह भी कहना है कि उसे उम्मीद है कि उसको और उसके बेटे को इंसाफ मिलेगा.
12 साल की उम्र में हुआ रेप
मामला वर्ष 1994 का है. हरदोई की रहने वाली महिला की उम्र तब केवल 12 साल थी. वह शाहजहांपुर के थाना सदर बाजार के एक मोहल्ले में अपने बहन-बहनोई के घर रहती थी. एक दिन बहन-बहनोई काम पर चले गए तो पड़ोस में रहने वाले युवक ने उसका रेप किया. दूसरे दिन उसके भाई ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद महिला को डरा धमका कर कई बार दुराचार किया गया. डर की वजह से महिला ने किसी को कोई बात नहीं बताई.
वर्ष 2000 में दूसरी शादी, लेकिन सच्चाई पता चलने पर छोड़ा
साल 2000 में बालिग होने पर घरवालों ने गाजीपुर के एक युवक से उसकी शादी कर दी. जिसके बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया. इसी बीच अचानक पति को अतीत में हुई घटना के बारे में पता चल गया, जिसके बाद महिला के पति ने उसे छोड़ दिया. दोनों बेटों को भी मां के साथ किशोरावस्था में हुई घटना की जानकारी हो गई. बेटे आए दिन रेप करने वाले के बारे में सवाल पूछने लगे. अब पूरा परिवार तबाह होने की कगार पर पहुंच गया तो महिला ने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट की शरण ली. कोर्ट के आदेश पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच का आदेश दिया गया.
आरोपियों का होगा डीएनए टेस्ट
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार का कहना है कि महिला का आरोप है कि 26 साल पहले जब उसकी उम्र 12 साल की थी तो वह अपने बहन-बहनोई के साथ रहती थी. पड़ोस में रहने वाले दो युवकों ने उसके साथ रेप किया था. उससे उसका एक बच्चा भी पैदा हुआ था, जिसकी उम्र अब लगभग 24 वर्ष की है. महिला ने अब जाकर उन पर क्लेम किया है. न्यायालय के आदेश पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. नियमानुसार विवेचना की जा रही है. आरोपियों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.