भदोही: जिले में शुक्रवार को पहुंचे उत्तर प्रदेश विधान परिषद विरोधी दल के नेता लाल बिहारी यादव ने योगी सरकार को जमकर घेरा. वहीं, ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ज्ञापनवापी मस्जिद में जिसे शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है, वह पत्थर का टुकड़ा मिला है.
गेस्ट हाउस में मीडिया से बताचीत करते हुए लाल बिहारी यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को छुपाने के लिए दो धर्मों में हिंसा करा कर अपने असफलता को छुपाना चाहती है. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में मस्जिद है, जहां पर मुस्लिम भाई नमाज अदा करते हैं. वहीं बगल में बाबा विश्वनाथ का मंदिर है, जहां हिंदू पूजन-अर्चन करते हैं. उन्होंने कहा कि ' शिवलिंग बताने वाले से मैं यह जानना चाहता हूं कि वह पहचानता है. उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में जो मिला है, वह पत्थर का टुकड़ा है शिवलिंग नहीं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने यहां तक कह दिया कि मंदिरों में शिवलिंग की नहीं बल्कि पत्थरों के टुकड़ों का पूजा किया जाता है.
लाल बिहारी यादव ने कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की टीम अलगाववाद की नीति को लेकर प्रदेश व देश की अखंडता को खराब करने की कोशिश में लगी है. जनता इस समय महंगाई, भ्रष्टाचार और जंगलराज से परेशान है. इसे छुपाने के लिए प्रदेश सरकार मंदिर-मस्जिद के मुद्दे को उछाल रही है. उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया है, उसमें सभी धर्मों को अधिकार दिया है कि वह अपने-अपने भगवान की पूजा कर सकते हैं.
लाल बिहारी यादव ने आगे कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है, उस पर ध्यान न देकर प्रदेश की योगी सरकार सिर्फ दो समुदायों में विवाद करा कर सभी मुद्दों से ध्यान भटका रही है. जिसे हम सभी समाजवादी होने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश का मुखिया ही कहता है ठोको, उस प्रदेश का क्या हाल होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया कानून को छोड़कर बुलडोजर चला रहे हैं, जबकि ऐसा कोई संविधान में प्रावधान नहीं है. किसी भी अपराधी के खिलाफ गोली मारने का आदेश या बुलडोजर चलाने की व्यवस्था संविधान में नहीं हैं. देश का कानून आईपीसी से चलता है न कि गुंडागर्दी से.