भदोही: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद भी मजदूरों का पलायन बंद नहीं हो पा रहा है. सरकार की तरफ से 1000 बसें चलाई गईं थी, लेकिन मजदूरों की संख्या ज्यादा होने के कारण वो अपनी जान जोखिम में डालकर, ट्रक और बसों की छतों पर बैठकर घर जाने को मजबूर हैं.
जिले के नेशनल हाईवेृ-2 पर ट्रकों और बसों की छत पर बैठकर किसी तरह मजदूर घर जा रहे हैं और पुलिस उनकी जाने में मदद भी कर रही है. बसों में जहां 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. वहीं उन बसों पर डेढ़ सौ लोग सवार होकर अपने घरों की तरफ रवाना हो रहे हैं. अधिकतर मजदूर बिहार और पश्चिम बंगाल के हैं. जिनको गाड़ियों में ठूंस-ठूंसकर किसी तरह उनको घर भेजा जा रहा है.
जिला प्रशासन ने जिले से लगने वाले चारों बॉर्डरों को सील कर दिया है. इसके बावजूद भी दिल्ली, राजस्थान, आगरा, कानपुर, प्रयागराज में काम कर रहे मजदूर किसी तरह अपने घर जाने की जुगत में लगे हुए हैं. कुछ जगहों पर पुलिस उन्हें रोक रही है, लेकिन मजदूरों की संख्या इतनी ज्यादा है, कि उचित व्यवस्था ना होने के कारण मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर घर जाने को मजबूर हैं.
ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन की व्यवस्था लोगों के लिए नाकाफी साबित हो रही है. आगरा से भदोही आए एक मजदूर ने बताया, कि उनके मालिक ने एक बस में डेढ़ सौ से अधिक लोगों को भरकर उनके घरों की तरफ रवाना कर दिया.