भदोही: गलत तरीके से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा डकार रहे तीन अपात्रों पर बुधवार को जालसाजी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. डीएम की संस्तुति के करीब एक सप्ताह बाद पुलिस ने कार्रवाई की. हालांकि सत्यापन करने वाले लेखपाल के खिलाफ अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया.
करीब डेढ़ साल पहले केंद्र सरकार ने किसानों की सहायता के लिए किसान सम्मान निधि योजना शुरू की. चरणबद्ध तरीके से योजना में जुड़कर एक लाख 87 हजार किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं. शासन के निर्देश पर शुरुआती दौर में आनन-फानन में आवेदन किए गए. इसमें बड़ी संख्या में ऐसे लोगों ने भी आवेदन किया, जिनके नाम एक धुर जमीन भी नहीं है. अभोली के सदौपुर गांव के रहने वाले त्रिपुरारी शुक्ला ने जनता दर्शन में डीएम को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी कि गांव में तीन ऐसे लोग योजना का लाभ ले रहे हैं, जिनके पास जमीन नहीं है.
इसपर डीएम ने अपर उप जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश यादव से जांच कराई तो मामला सही मिला. जांच रिपोर्ट मिलने पर डीएम राजेंद्र प्रसाद ने अपात्रों पर केस दर्ज कर लेखपाल पर कार्रवाई की संस्तुति की. उप निदेशक कृषि अरविंद सिंह की तहरीर पर पुलिस ने सदौपुर के अपात्र अखिलेश कुमार, अनुज कुमार और प्रकाश चंद्र के खिलाफ जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया.
उप निदेशक कृषि ने कहा कि विभाग की ओर से कराई गई जांच में 450 ऐसे अपात्र प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेते मिले, जिनके पास एक धुर भी जमीन नहीं है. राजस्व कर्मियों से तालमेल बनाकर आवेदन कर सभी योजना का लाभ ले रहे थे. उन्होंने कहा कि डीएम ने सभी अपात्रों पर कार्रवाई कर रिकवरी का आदेश दिया है.