भदोहीः भदोही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अनारक्षित घोषित होने के बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं. पिछले तीन दशक में यह चौथी बार स्थिति बनी है, जब जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को अनारक्षित रखा गया है. लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती देने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (panchayat chunav) काफी महत्वपूर्ण होता है.
भदोही में अनारक्षित सीट घोषित
इस व्यवस्था के तहत 5 वर्ष में पंचायत चुनाव कराया जाता है. 2015 में पंचायत चुनाव के बाद नवंबर 2020 में चुनाव प्रस्तावित था, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से चुनाव 6 महीने तक नहीं हो पाया. अब कयास लगाया जा रहा है कि अप्रैल-मई में चुनाव हो सकते हैं. पंचायत चुनाव की तैयारियां में सभी पार्टियां लगी हुई हैं. स्थानीय नेता भी अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा चाहते हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष का परिसीमन आ गया है और इसके साथ ही ब्लॉक प्रमुखों की आरक्षण सूची भी जारी कर दी गई है. भदोही को इसमें अनारक्षित रखा गया है.
यूपी पंचायत चुनाव
ब्लॉक प्रमुखों की बात करें तो जिले में 6 ब्लॉक हैं. इनमें भदोही, औराई, ज्ञानपुर, सुरियावा ब्लॉक को सामान रखा गया है. जबकि डीग ब्लॉक को अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित किया गया है. अब होली ब्लॉक पिछड़ी जाति की महिला के लिए सुरक्षित किया गया है. यहां के स्थानीय बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के जेल जाने के बाद से जिला पंचायत की कुर्सी पर सभी स्थानीय नेताओं की नजरें बनी हुई हैं. ऐसे में यह चुनाव बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है.