अयोध्या: संगठन और सरकार, दोनों में काम कैसे करना है, यह अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से सीखा जा सकता है. पंक्ति के आखिरी व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उनके सुशासन और रामराज में कोई फर्क नहीं. ये बातें जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में 25 दिसंबर को सुशासन जनक अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्मदिवस के अवसर पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन के दौरान कही.
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक जननायक, प्रखर वक्ता, ओजस्वी कवि, पत्रकार, और प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व के धनी मां भारती के सच्चे सपूत थे. अटल जी जैसे महान विभूतियों के विचारों से सिंचित भारतीय जनता पार्टी में ही यह संभव है कि आम कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के पद को सुशोभित कर सकता है. यहां परिवारवाद नहीं लोकतांत्रिक सुशासन चलता है.
अयोध्या के ग्राम मिजनाई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कहते थे कि भाजपा 365 दिन चलने वाली पार्टी है. हमारी पृष्ठभूमि स्वयं को तपा कर राष्ट्रसेवा करने की रही है जिसमें पद लोलुपता का कोई स्थान नहीं है. अटल जी ने अपनी अंतिम सांस तक गांव, गरीब, किसान, दलित, शोषित, वंचित आर पिछड़ों के उत्थान के लिए कार्य किया. हम सबको उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए न रुकना है, न थकना है और मां भारती की सेवा में अपने जीवन का एक एक क्षण समर्पित करना है.
इसे भी पढ़ें-DAV कॉलेज के रूम नंबर 20 में बैठकर पढ़ते थे अटल बिहारी वाजपेयी, मेधावियों में थी गिनती