भदोही: जनपद में 180 करोड़ की लागत से बने कापरेट एक्सपो मार्ट में इस वर्ष भी मेला लगने की संभावनाएं कम दिखाई पड़ रही हैं. अभी भी ऐसे कई कार्य अधूरे हैं जिनका निर्माण पूरा नहीं किया गया है. इन कार्यो को पूरा करने के लिए निर्माण निगम को 2 महीने का समय दिया गया था लेकिन अभी तक कार्य पूरे नहीं हुए हैं. इसके लिए 15 दिन का समय अतिरिक्त समय दिया गया है. कार्य पूरा न होने की दशा में निर्माण इकाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
इस वर्ष भी मेला भदोही की बजाय वाराणसी में आयोजित होगा. इससे जनपद के उद्यमियों की उम्मीदों को झटका लग सकता है. इसे देखते हुए प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. 15 दिन तक एक्सपो मार्ट तैयार ना होने पर कंपनी से जिम्मेदारी छीन ली जाएगी. साथ ही उनसे रिकवरी भी वसूली जाएगी.
विदेशों में भारतीय कालीन का निर्यात 10 हजार करोड़ से अधिक है. इसमें से 50 फ़ीसदी से अधिक निर्यात सिर्फ भदोही से होता है. निर्यात को बढ़ावा देने के लिए वस्त्र मंत्रालय की कालीन निर्यात संवर्धन परिषद देश में दो मेलों का आयोजन करती है. इसमें एक दिल्ली और दूसरा वाराणसी में आयोजित किया जाता है. बड़े समय से निर्यातक मांग कर रहे थे कि भदोही में मार्ट का निर्माण कर फेयर यहां लगाया जाना चाहिए. इस मांग को देखते हुए अखिलेश सरकार ने भदोही में 180 करोड़ रुपए की सौगात दी थी. मार्ट 2017 में ही 90 फीसद बनकर तैयार हो चुका है लेकिन शेष कार्य अधर में लटका है.
अक्टूबर माह में फेयर का आयोजन होना है जिसमें विदेशी आयातक भाग लेते हैं. मेले की तैयारियां और उनके लिए विदेशियों को निमंत्रण संबंधी कार्य पहले से किए जाते हैं. ऐसे में अगर 15 दिन के अंदर कार्य पूरे ना हुए तो हर बार की तरह इस बार भी फेयर वाराणसी में ही आयोजित होगा.