भदोही: कहते हैं कि भक्ति भाव के बिना संभव नहीं होती है. पवित्र श्रावण मास में भक्ति की अनूठी मिसालें देखने को मिल रही हैं. भदोही में एक बुजुर्ग कांवड़ियों के रास्ते पर पांच घंटे इसलिए झाड़ू लगाते हैं कि कांवड़ियों के पैर में कंकड़ ने चुभे. पिछले 11 साल से बुजुर्ग सावन के महीने में रोजाना यही करते हैं.
बुजुर्ग ने बताया कि जब वह कांवड़ लेकर जाते थे तो उनके पैरों में सड़क पर पड़े छोटे कंकड़ पत्थरों से जख्म बन जाते थे. इसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि जिन रास्ते से कांवड़िये जाते हैं, उन रास्तों पर वह झाड़ू लगाया करेंगे.
कांवड़ियों के लिए कांवड़ मार्ग पर झाड़ू लगाते हैं यह बुजुर्ग-
- सावन के महीने में शिव के भक्त कांवड़ लेकर जाते हैं और जलाभिषेक कर पुण्य कमाते हैं.
- तमाम ऐसे भी शिव भक्त हैं, जो जलाभिषेक करने वाले कांवड़ियों की सेवाकर पुण्य अर्जित करते हैं.
- प्रयागराज से वाराणसी 125 किमी की यात्रा कर हाईवे से कांवड़िये जाते हैं.
- ऐसे में हाईवे पर छोटी-छोटी गिट्टी नंगे पैर चल रहे कावड़ियों के लिए बहुत कष्टदाई होती है.
- इन गिट्टी को झाड़ू लगाकर एक बुजुर्ग साफ करते हैं.
- जंगीगंज के निवासी है शिव चंद्र मिश्रा सावन में शिव की भक्ति बेहद अलग तरीक से करते हैं.
- शिव चंद्र सावन के महीने में रोजाना कांवड़ यात्रा मार्ग पर झाड़ू लगाकर सड़क से कंकड़ को साफ करते हैं.
- शिव चंद्र यह काम ऐसा आज से नहीं बल्कि 11 साल से करते आ रहे हैं.
11 साल पहले मैं कांवड़ लेकर जाता था तो मेरे पैरों में सड़क पर पड़े छोटे कंकड़ पत्थरों से जख्म बन जाते थे. इसके बाद मैंने कावड़ यात्रा मार्ग पर झाड़ू लगाना शुरू कर दिया.
-शिव चंद्र मिश्रा, शिव भक्त