संत कबीर नगर: एसबीआई के आर सेटी सेंटर में तैनात ट्रेनर पूर्वांचल की बेटियों को हुनरमंद बना रही हैं. बेटियां हुनर सीखकर जहां खुद अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं, वहीं रोजगार पाकर अपने पूरे परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं. ट्रेनर के इस कार्य की चर्चा चारों तरफ है. पूर्वांचल सहित विभिन्न जिलों में भी ये ट्रेनर बेटियों को सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटीशियन, मोमबत्ती बनाना, अगरबत्ती बनाने सहित अन्य ट्रेनिंग देकर उनको स्वावलंबी बना रही हैं.
भारतीय स्टेट बैंक की शाखा आर सेटी खलीलाबाद की है. यहां पर बेरोजगार बेटियों और महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा रहा है. इस सेंटर पर महिला और बेटियों को आत्मनिर्भर बनने का गुण सिखाया जा रहा है. प्रशिक्षण के बाद बेटियां रोजगारपरक बनकर अपना और अपने पूरे परिवार का खर्चा चला रही हैं. महिला और बेटियों को स्वावलंबी बनाने के लिए इसी सेंटर पर खुशबू श्रीवास्तव नाम की एक ट्रेनर की नियुक्ति की गई है.
बेहतर ट्रेनिंग देकर खुशबू श्रीवास्तव ने लगभग 10,000 बेटियों को आत्मनिर्भर बनाया है. प्रशिक्षण लेकर जहां पूर्वांचल की हजारों बेटियां और महिलाओं ने खुद का रोजगार शुरू कर दिया है, वहीं रोजगार के जरिए अब वह अपने पूरे परिवार का खर्चा चला रही हैं. आर सेटी सेंटर में बेटी और महिलाओं का प्रशिक्षण निशुल्क दिया जा रहा है.
ईटीवी भारत की टीम ने जब सेंटर पर तैनात ट्रेनर खुशबू श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि इस सेंटर पर लगभग 5 वर्षों से काम कर रही हैं. पूर्वांचल के लगभग 10 जिलों में पहुंचकर वे महिला और बेटियों को प्रशिक्षित कर रही हैं. प्रशिक्षण के दौरान जहां बेटियों को सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाना सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, वहीं सेंटर की तरफ से उनको अनुदान भी दिया जा रहा है, जिससे वह रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें और खुद को आत्मनिर्भर बनाएं.
यह भी पढ़ें: यहां लगता है आशिकों का मेला, प्रेम पाने को आते हैं लोग...
खुशबू श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में लगभग 10,000 बेटी और महिलाओं को प्रशिक्षित किया है. अब ये सब अपना खुद का रोजगार कर अपने परिवार का खर्चा चला रही हैं. प्रशिक्षण में आईं युवतियों से जब ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि सेंटर की ट्रेनर खुशबू श्रीवास्तव द्वारा उनको प्रशिक्षित किया जा रहा है. घर में कोई काम नहीं था तो वह सेंटर पर आईं. सारी सुविधाएं मुफ्त में मुहैया हो रही हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप