संतकबीर नगर: जिले में स्थित सूफी संत कबीर की नगरी मगहर पर्यटन स्थल के रूप में देश ही नहीं बल्कि विदेश में अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है. देश के कोने-कोने से पर्यटक यहां पर पहुंचकर सूफी संत कबीर की समाधि और मजार को देखते और चद्दर चढ़ाने पहुंचते हैं. लेकिन कोविड-19 को लेकर कबीर की नगरी मगहर सूनी पड़ी है. नेशनल टूरिज्म डे के दिन जहां कबीर की नगरी मगहर पर्यटकों से भरी रहती थी, लेकिन अबकी बार यह सूनी पड़ी हुई है.
कोविड-19 की वजह से मगहर महोत्सव पड़ा सुना
पूरे विश्व को कौमी एकता और मानवता का पाठ पढ़ाने वाले सूफी संत कबीर की नगरी मगहर पर्यटन स्थल के रूप में पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. कबीर के अनुयायियों सहित देश के कोने कोने से पर्यटक मगहर की सुंदरता को देखने के लिए पहुंचते है. मगहर में एक साथ ही स्थित कबीर दास की समाधि और मजार लोगों के आकर्षण का केंद्र है. लेकिन कोविड-19 की वजह से मगहर महोत्सव की सुंदरता और पर्यटकों से भरा रहने वाला कबीरचौरा मगहर सुना पड़ा हुआ है. पर्यटन की दृष्टि से कबीर की नगरी नगरा काफी विख्यात है. कबीर की समाधि और मजार पर देश के प्रधानमंत्री सहित पूर्व राष्ट्रपति भी मत्था टेक चुके है.
ईटीवी भारत की टीम नेशनल टूरिज्म डे के अवसर पर जब सूफी संत कबीर की नगरी में घर पहुंची तो मगहर पर्यटकों से पूरी तरीके से खाली पड़ा रहा. कोविड-19 की वजह से देश सहित विदेशी पर्यटक अबकी बार मगहर में नहीं पहुंचे, जिससे व्यापारियों के व्यापार में भी खासा घाटा देखने को मिला.
पर्यटकों के न पहुंचने से व्यापार में हुआ काफी घाटा
ईटीवी भारत से बातचीत में व्यापारियों ने बताया कि कोविड-19 की वजह से अबकी बार मगहर में पर्यटक नहीं पहुंचे. पर्यटकों के न पहुंचने से उनके व्यापार में काफी घाटा हुआ है. यहीं से व्यापार कर वह अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाते थे, लेकिन कोविड-19 ने उनके व्यापार पर ग्रहण लगा दिया है. व्यापारियों ने कैमरे पर बताते हुए बताया कि हर साल 14 जनवरी से लेकर 18 जनवरी तक मगहर महोत्सव का भी आयोजन होता था. जहां देश के नामी गिरामी कलाकार सहित देश के कोने कोने से कबीर के अनुयाई पहुंचते थे, जिससे पूरा मगहर परिसर सैलानियों और पर्यटकों से भरा रहता था. लेकिन अबकी बार सूफी संत कबीर की नगरी में मगहर महोत्सव का भी आयोजन नहीं हुआ, जिसके चलते मगहर सैलानियों से सुना पड़ा हुआ है.