संतकबीरनगर: सूबे के संतकबीरनगर जिले (santkabirnagar) में एक बार फिर खाकी ने मान (human face of khaki) बढ़ाया है. जिले के धनघटा थाना क्षेत्र की महिला रिपोर्टिंग चौकी पर तैनात कांस्टेबल पूनम गौड़ (Constable Poonam Gaur) ने खाकी का मान बढ़ाते हुए दो जून की रोटी के लिए कबाड़ बीनने को मजबूर बच्चों को अपने साथ ले आई. वहीं, जब उन्होंने बच्चों से भोजन के बारे में पूछा तो बच्चों ने बताया कि वे भूखे हैं. इसके बाद कांस्टेबल ने उनको भरपेट भोजन कराया.
इसके अलावे उन्होंने उन बच्चों के हाथों में किताब और स्कूली कपड़े देकर उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. वहीं, इस महिला कांस्टेबल के इस कारनामे की चारों ओर तारीफ हो रही है. दरअसल, यह वाक्या संतकबीरनगर जिले के धनघटा थाना क्षेत्र की है, जहां पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला रिपोर्टिंग चौकी का निर्माण कराया गया है.
महिला रिपोर्टिंग चौकी पर सभी महिला कांस्टेबलों का बीट बांटा गया है. इसी रिपोर्टिंग चौकी पर तैनात महिला कांस्टेबल पूनम गौड़ भी तैनात हैं. इधर, जब वे अपने बीट पर भ्रमण को निकली तो उन्होंने रास्ते में दो मासूम बच्चों को कबाड़ बीनते दिखा. इस दृश्य को देख वे इस कदर भाउक हो गई कि उन्होंने उन बच्चों को अपने पास बुलाया और फिर उन्हें भरपेट भोजन कराने के बाद पढ़ाने करने को प्रेरित किया.
महिला कांस्टेबल ने बताया कि जब उन्होंने कबाड़ बीन रहे बच्चों से पूछा कि आखिर क्यों वे इस काम को करते हैं तो बच्चे रोने लगे. इधर, बच्चों को रोता देख उन्होंने बच्चों को अपनी बाइक पर बैठाया और सीधे थाने ले आई. सबसे पहले महिला कांस्टेबल पूनम गौड़ ने दोनों बच्चों को भरपेट भोजन कराया और फिर उन्हें किताब व स्कूल के कपड़े देकर पढ़ाने करने को प्रेरित किया.
वहीं, महिला कांस्टेबल के इस कार्य को देखकर उके साथी पुलिसकर्मी दंग रह गए और सभी ने महिला कांस्टेबल पूनम गौड़ के इस कार्य की जमकर सराहना की.