संत कबीर नगर: 'सब पढ़ें-सब बढ़ें' के नारे को शिक्षिका अनीता सिंह साकार करने में जुटी हैं. प्राथमिक विद्यालय मंझरिया की सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने स्कूल स्टाफ की मदद से विद्यालय में एक लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है. लाइब्रेरी में 100 से ज्यादा कथा-कहानियां सहित अन्य किताबें मौजूद हैं. गांव के बच्चे भी लाइब्रेरी से मुफ्त में किताबें लेकर पढ़ते हैं. सरकारी शिक्षिका की इस पहल की लोग सराहना कर रहे हैं.
लाइब्रेरी में 100 से अधिक किताबें मौजूद
अनीता सिंह प्राथमिक विद्यालय मंझरिया में सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं. अनीता सिंह ने सरकारी विद्यालय को ट्रेन की शक्ल में उतारा है. हाल ही में शिक्षिका अनीता ने स्कूल स्टाफ की मदद से विद्यालय में लाइब्रेरी का निर्माण करवाया. लाइब्रेरी में कथा-कहानियां सहित 100 प्रकार की किताबें उपलब्ध कराई गई हैं. लाइब्रेरी को रोचक बनाने के लिए सहायक अध्यापिका ने वॉल पेंटिंग कर महापुरुषों के चित्रों से उकेरा है, ताकि बच्चों में पढ़ाई के लिए माहौल बन सके.
गुजरात के सूरत में पली-बढ़ी अनीता सिंह की शादी संत कबीर नगर जिले के मैनसर गांव में हुई थी. कुछ दिन बाद अनीता सिंह की पोस्टिंग सहायक अध्यापिका के पद पर हुई. सबसे पहले अनीता सिंह ने अपने विद्यालय को ट्रेन के मॉडल में उतारते हुए बेहतर कार्य कर पूरे प्रदेश में नाम रोशन किया. इस विद्यालय के मॉडल का चयन प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में भी किया गया. अब विद्यालय में लाइब्रेरी का निर्माण कर अनीता सिंह पूरे गांव के बच्चों को शिक्षित करने की कोशिश कर रही हैं.
गांव के छात्र-छात्राओं ने बताया कि कोरोना की वजह से विद्यालय बंद हैं. पढ़ने का एकमात्र माध्यम ऑनलाइन है, लेकिन लाइब्रेरी खुल जाने से बहुत फायदा हो रहा है. छात्राओं ने बताया कि स्कूल से किताबें लाकर घर पर पढ़ाई करती हैं और फिर स्कूल में जमा कर देती हैं. इसके लिए शुल्क भी नहीं लगता है.
कोरोना काल में बच्चों को शिक्षित रखना है उद्देश्य
सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने बताया कि विभाग ने स्कूल में लाइब्रेरी बनवाने के लिए कहा था. साथ ही कुछ किताबें भी उपलब्ध कराई थीं. उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी को और बेहतर बनाने के लिए वॉल पेंटिंग के साथ-साथ खुद के पैसों से 100 से अधिक किताबों को लाइब्रेरी में रखा गया है. कथा-कहानी के साथ-साथ इस लाइब्रेरी में महापुरुषों के चरित्र-चित्रण और अन्य तरह की किताबें भी हैं.
अनीता सिंह ने बताया कि कोरोना काल में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया है. दूर-दराज से आकर बच्चे पढ़ाई कर ज्ञान प्राप्त करते हैं. प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शीला यादव ने कहा कि सभी स्टाफ की सहमति से लाइब्रेरी का निर्माण करवाया गया है, ताकि विद्यार्थी महामारी में भी ज्ञान से वंचित न रहें.