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अंतरराष्ट्रीय फलक पर दिखेगा संतकबीरनगर का बखिरा पक्षी अभयारण्य

उत्तर प्रदेश सरकार संतकबीरनगर के बखिरा पक्षी अभयारण्य को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना चाहती है. रामसर साइट में बखिरा पक्षी अभयारण्य को शामिल कराने के लिए योगी सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा है. रामसर साइट घोषित किए जाने के बाद यह बखिरा पक्षी विहार अंतरराष्ट्रीय फलक पर दिखेगा.

sant kabirnagar bakhira bird sanctuary
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Published : Jul 7, 2021, 7:43 AM IST

संतकबीरनगर: बखिरा पक्षी अभयारण्य को रामसर साइट में शामिल किया जाना है. इसके लिए योगी सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है. रामसर साइट घोषित होने के बाद इस वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी. प्रस्ताव मंजूर होने के बाद बखिरा पक्षी अभयारण्य के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए तकनीकी सहयोग व आर्थिक मदद भी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं देती हैं. इससे क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.

यूपी में अभी आठ वेटलैंड हैं. इसमें आगरा का सूर सरोवर, उन्नाव का नवाबगंज पक्षी विहार, गोंडा का पार्वती अरंगा, मैनपुरी का समान पक्षी विहार, रायबरेली का समसपुर पक्षी विहार शामिल है. इसके अलावा हरदोई के सांडी पक्षी विहार, सरसई नावर और ब्रज घाट से नरोरा तक के हिस्से को पहले ही रामसर साइट घोषित किया जा चुका है. अब बखिरा पक्षी अभयारण्य को रामसर साइट में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है है. इससे वेटलैंड की अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग होगी. साथ ही देश के ही नहीं बल्कि विदेशी पक्षी प्रेमियों की आवाजाही यहां बढ़ने की उम्मीद की जा रही है.

ये भी पढ़ें- बीजेपी प्रदेश कार्य समिति की बैठक आज, होंगे कई बड़े फैसले

बखिरा पक्षी अभयारण्य में नवंबर महीने से विदेशी पक्षी लालसर, नकटा, सुर्खाब, काज, चट्टा, मुरगाबी आदि नजर आते हैं. यह पक्षी विहार करीब 29 वर्ग किलोमीटर में बनाया गया है. यहां लाल मुनिया, ब्राउन कान तीतर, अमर, नीलकंठ, छपका, जंगली मैना, धनेश आदि भी बड़ी संख्या में देखा जा सकते हैं. प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार शर्मा कहते हैं कि बखिरा पक्षी अभयारण्य के रामसर साइट में शामिल होने के बाद, इस वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल जाएगी. फंड मिलने के कारण इस पक्षी विहार का रख-रखाव और बेहतर तरीके से हो सकेगा. विदेशी पर्यटकों के आने से इस क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार बढ़ने की भी उम्मीद की जा रही है.

संतकबीरनगर: बखिरा पक्षी अभयारण्य को रामसर साइट में शामिल किया जाना है. इसके लिए योगी सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है. रामसर साइट घोषित होने के बाद इस वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी. प्रस्ताव मंजूर होने के बाद बखिरा पक्षी अभयारण्य के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए तकनीकी सहयोग व आर्थिक मदद भी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं देती हैं. इससे क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.

यूपी में अभी आठ वेटलैंड हैं. इसमें आगरा का सूर सरोवर, उन्नाव का नवाबगंज पक्षी विहार, गोंडा का पार्वती अरंगा, मैनपुरी का समान पक्षी विहार, रायबरेली का समसपुर पक्षी विहार शामिल है. इसके अलावा हरदोई के सांडी पक्षी विहार, सरसई नावर और ब्रज घाट से नरोरा तक के हिस्से को पहले ही रामसर साइट घोषित किया जा चुका है. अब बखिरा पक्षी अभयारण्य को रामसर साइट में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है है. इससे वेटलैंड की अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग होगी. साथ ही देश के ही नहीं बल्कि विदेशी पक्षी प्रेमियों की आवाजाही यहां बढ़ने की उम्मीद की जा रही है.

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बखिरा पक्षी अभयारण्य में नवंबर महीने से विदेशी पक्षी लालसर, नकटा, सुर्खाब, काज, चट्टा, मुरगाबी आदि नजर आते हैं. यह पक्षी विहार करीब 29 वर्ग किलोमीटर में बनाया गया है. यहां लाल मुनिया, ब्राउन कान तीतर, अमर, नीलकंठ, छपका, जंगली मैना, धनेश आदि भी बड़ी संख्या में देखा जा सकते हैं. प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार शर्मा कहते हैं कि बखिरा पक्षी अभयारण्य के रामसर साइट में शामिल होने के बाद, इस वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल जाएगी. फंड मिलने के कारण इस पक्षी विहार का रख-रखाव और बेहतर तरीके से हो सकेगा. विदेशी पर्यटकों के आने से इस क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार बढ़ने की भी उम्मीद की जा रही है.

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