ETV Bharat / state

संतकबीरनगर का CTET पास रिक्शावाला, सम्मान के लिए गाड़ी पर लिखी डिग्री - MA BEd CTET Pass Rickshawala

बिहार की ग्रेजुएट चायवाली के बाद यूपी एमए बीएड TET. CTET क्वॉलिफाई ई रिक्शावाला सुर्खियों में है. उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर में रहने वाले विनोद गुप्ता के पास बीए, एमए, बीएड की डिग्री है और वह TET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर चुके हैं मगर नौकरी नहीं मिलने के कारण ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पेट भर रहे हैं.

etv bharat
संतकबीरनगर का CTET पास रिक्शावाला
author img

By

Published : Aug 19, 2022, 7:58 PM IST

Updated : Aug 19, 2022, 8:46 PM IST

संतकबीरनगर : भारी-भरकम डिग्री लेने वाले बेरोजगारी की चक्की में पिस रहे हैं. उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर में रहने वाले विनोद गुप्ता के पास बीए, एमए, बीएड की डिग्री है और वह TET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर चुके हैं मगर नौकरी नहीं मिलने के कारण ई रिक्शा चलाते हैं. उनका सपना टीचर बनने का था. विनोद ने अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं की, ET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर लिया मगर नौकरी नहीं मिली.

ई रिक्शावाला विनोद गुप्ता बताते हैं कि जब उनके घर में पिता बीमार हो गए और बहन की शादी के बाद आमदनी कम पड़ने लगी तो उन्होंने ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया. अब वह अपने रिक्शा पर अपनी डिग्रियों के बारे में लिख रखा है. विनोद का कहना है कि इसका मकसद यह है कि लोग उनको सम्मान की निगाहों से देखें. 27 साल के विनोद कुमार गुप्ता जो संतकबीरनगर जिले के भवानीगाड़ा शिवापार, तहसील खलीलाबाद के रहने वाले हैं. अब परिवार का खर्चा चलाने के लिए किराये पर ई रिक्शा लेकर चलाते हैं.

संतकबीरनगर का CTET पास रिक्शावाला.

विनोद ने बताया कि वह एक टीचर बनकर नाम कमाना चाहते थे, लेकिन काफी प्रयास के बाद ज़ब नौकरी नही मिली तो ई रिक्शा चलाने का फैसला कर लिया. ई रिक्शावाला विनोद गुप्ता ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. उनके पिता जी की तबियत भी लगभग 6 वर्षों से ठीक नहीं है. अब उनके सिर पर पिता की दवाई का खर्च, छोटे भाई मनोज कुमार की देखरेख की जिम्मेदारी भी है. उनके भाई मनोज कुमार का एक हाथ फैक्चर है, जो किसी तरह से मजदूरी करता है. मगर वह गुजारे के लिए कम पड़ जाती है.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
CTET का सर्टिफिकेट

मनोज ने अपनी पढ़ाई का जिक्र करते हुए बताया कि उनके पैरेंटस चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें. इस मकसद से परिवार ने उन्हें पढ़ने का मौका दिया. उन्होंने भी बीए, एमए और बीएड की डिग्री ली. उन्हें उम्मीद थी कि ये डिग्रियां टीचर बनने में मददगार साबित होगी. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने ET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर लिया. अपना खर्च निकालने के लिए छोटे बच्चों को कोचिंग और प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते थे. मगर पेपर लीक होने और वैकेंसी देर से आने के कारण उनकी मेहनत पर पानी फिर गया. जब घर-गृहस्थी को चलाने की जरूरत सिर पर आ गई तो ई-रिक्शा का हैंडल थाम लिया.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
MA BEd CTET Pass Rickshawala

विनोग गुप्ता ने बताया कि उन्हें रोज का मजदूरी मिल जाती है. उन्होंने अपने ई रिक्शे पर डिग्री इसलिए लिखवाया, क्योंकि पैसेंजर हमेशा ड्राइवर को अनपढ़-गवार समझ कर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं. उन्हें उम्मीद है कि ई-रिक्शा से उनकी शिक्षा और डिग्रियों का सम्मान बरकरार रहेगा.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
BEd में फर्स्ट डिविजन से पास हुए हैं विनोद गुप्ता.

पढ़ें : गैंगरेप पीड़िता की गुहार, जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा कर रहे परेशान

संतकबीरनगर : भारी-भरकम डिग्री लेने वाले बेरोजगारी की चक्की में पिस रहे हैं. उत्तरप्रदेश के संतकबीरनगर में रहने वाले विनोद गुप्ता के पास बीए, एमए, बीएड की डिग्री है और वह TET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर चुके हैं मगर नौकरी नहीं मिलने के कारण ई रिक्शा चलाते हैं. उनका सपना टीचर बनने का था. विनोद ने अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं की, ET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर लिया मगर नौकरी नहीं मिली.

ई रिक्शावाला विनोद गुप्ता बताते हैं कि जब उनके घर में पिता बीमार हो गए और बहन की शादी के बाद आमदनी कम पड़ने लगी तो उन्होंने ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया. अब वह अपने रिक्शा पर अपनी डिग्रियों के बारे में लिख रखा है. विनोद का कहना है कि इसका मकसद यह है कि लोग उनको सम्मान की निगाहों से देखें. 27 साल के विनोद कुमार गुप्ता जो संतकबीरनगर जिले के भवानीगाड़ा शिवापार, तहसील खलीलाबाद के रहने वाले हैं. अब परिवार का खर्चा चलाने के लिए किराये पर ई रिक्शा लेकर चलाते हैं.

संतकबीरनगर का CTET पास रिक्शावाला.

विनोद ने बताया कि वह एक टीचर बनकर नाम कमाना चाहते थे, लेकिन काफी प्रयास के बाद ज़ब नौकरी नही मिली तो ई रिक्शा चलाने का फैसला कर लिया. ई रिक्शावाला विनोद गुप्ता ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. उनके पिता जी की तबियत भी लगभग 6 वर्षों से ठीक नहीं है. अब उनके सिर पर पिता की दवाई का खर्च, छोटे भाई मनोज कुमार की देखरेख की जिम्मेदारी भी है. उनके भाई मनोज कुमार का एक हाथ फैक्चर है, जो किसी तरह से मजदूरी करता है. मगर वह गुजारे के लिए कम पड़ जाती है.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
CTET का सर्टिफिकेट

मनोज ने अपनी पढ़ाई का जिक्र करते हुए बताया कि उनके पैरेंटस चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें. इस मकसद से परिवार ने उन्हें पढ़ने का मौका दिया. उन्होंने भी बीए, एमए और बीएड की डिग्री ली. उन्हें उम्मीद थी कि ये डिग्रियां टीचर बनने में मददगार साबित होगी. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने ET. CTET और CCC क्वॉलिफाई कर लिया. अपना खर्च निकालने के लिए छोटे बच्चों को कोचिंग और प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते थे. मगर पेपर लीक होने और वैकेंसी देर से आने के कारण उनकी मेहनत पर पानी फिर गया. जब घर-गृहस्थी को चलाने की जरूरत सिर पर आ गई तो ई-रिक्शा का हैंडल थाम लिया.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
MA BEd CTET Pass Rickshawala

विनोग गुप्ता ने बताया कि उन्हें रोज का मजदूरी मिल जाती है. उन्होंने अपने ई रिक्शे पर डिग्री इसलिए लिखवाया, क्योंकि पैसेंजर हमेशा ड्राइवर को अनपढ़-गवार समझ कर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं. उन्हें उम्मीद है कि ई-रिक्शा से उनकी शिक्षा और डिग्रियों का सम्मान बरकरार रहेगा.

MA BEd CTET Pass Rickshawala
BEd में फर्स्ट डिविजन से पास हुए हैं विनोद गुप्ता.

पढ़ें : गैंगरेप पीड़िता की गुहार, जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा कर रहे परेशान

Last Updated : Aug 19, 2022, 8:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.