संतकबीरनगर: अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के मौके पर मंझरिया प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने मिसाल पेश की. अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर अनीता सिंह ने अपने स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर वृद्ध जनों को तिलक लगाया और फूल माला पहनाकर सम्मानित किया. वहीं गेम खेल कर जीतने वाले बुजुर्गों को वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. सरकारी शिक्षिका की इस पहल से जहां बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली, वहीं बुजुर्गों ने कहा कि हमें अपनों ने भले नहीं सम्मान दिया लेकिन आज हम सम्मान पाकर खुशी महसूस कर रहे हैं.
संतकबीरनगर के खलीलाबाद ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मंझरिया में मौजूद बुजुर्गों के लिए शुक्रवार का दिन बहुत खास था. इस दिन को खास बनाया, यहां तैनात सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने. उन्होंने अंतररार्ष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर बुजुर्गों को सम्मानित किया. यहां स्कूल के कर्मचारियों बुजुर्गों को फूल-मालाएं पहनाई और तिलक लगाकर सम्मानित किया. सहायक अध्यापिका ने विद्यालय पर कई खेल भी आयोजित कराए. इनमें जीतने वाले बुजुर्गों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया.
आपको बता दें कि अपने बेहतर कार्यों के चलते प्राथमिक विद्यालय मंझरिया में तैनात सहायक अध्यापिका अनीता सिंह हमेशा चर्चा में रहती हैं. अनीता सिंह ने अपने विद्यालय को सबसे पहले ट्रेन के मॉडल में तैयार किया था, जो पूरे प्रदेश का पहला था. इस कार्य को लेकर अनीता सिंह को कई बार सम्मानित किया जा चुका है. गांव में सबसे पहली लाइब्रेरी भी सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने खोली थी.
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर सम्मान पाने वाले बुजुर्गों के चेहरों पर अलग मुस्कान देखने को मिली. यहां मौजूद बुजुर्गों ने कहा कि उनका दिन यादगार हो गया. ईटीवी भारत से बातचीत में सहायक अध्यापिका अनीता सिंह ने कहा कि आज हम जो भी हैं, अपने बुजुर्गों की बदौलत हैं. अनीता सिंह ने कहा कि हमेशा अपने बुजुर्गों का सम्मान करें और उनका ख्याल रखें ताकि उनको कभी अपनों की कमी महसूस न होने पाए.
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वहीं अध्यापिका अनीता सिंह के प्रयासों की ग्राम प्रधान प्रतिनिधि परमवीर पासवान ने सराहना की और कहा कि जिस तरीके से सरकारी शिक्षिका ने पूरे गांव को बुजुर्गों को बुलाकर सम्मानित किया है. उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है. बुजुर्ग नंदलाल ने कहा कि यह सम्मान हमारे लिए गर्व की बात है और हम बहुत ही खुश हैं.