संत कबीर नगरः जिले में पुलिस ने ऐसा गजब कारनामा किया कि सुनने वाले भी दंग रह गए. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस अराजक तत्वों को चिह्नित करते हुए उनको पाबंद करते हुए चालान कर रही है. इसी के तहत पुलिस ने तीन वर्ष पहले मर चुके एक व्यक्ति और तीन साल के मासूम बच्चे को पाबंद कर दिया है.
ग्रामीणों में आक्रोश
पुलिस के इस लापरवाह रवैये से ग्रामीणों में आक्रोश है. मामला संत कबीर नगर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में आने वाले बनकटिया गांव का है. यहां पुलिस ने शांतिभंग में ऐसे व्यक्ति को पाबंद किया है जिसकी तीन साल पहले मौत हो चुकी है. वहीं, इस गांव के रहने वाले जय सिंह नाम के तीन वर्षीय मासूम को भी पुलिस ने पाबंद कर दिया है. इसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.
2017 में हो गई थी मौत
बनकटिया गांव के रहने वाले अंशुमान सिंह की 2017 में ही मौत हो गई थी. पुलिस ने इन्हें पंचायत चुनाव को लेकर शांति भंग में पाबंद कर दिया. जब उनके परिजनों को पाबंद वाला लेटर मिला तो पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि आखिर पुलिस ने कैसे मृतक आदमी को पंचायत चुनाव को लेकर पाबंद कर दिया. कोतवाली पुलिस की लापरवाही यहीं नहीं थमी. इसी गांव के रहने वाले शिवेंद्र कुमार सिंह, जो मथुरा में रहकर पढ़ाई करते हैं जो लंबे समय से अपने गांव में आए ही नहीं, पुलिस ने उनको भी शांतिभंग में पाबंद कर दिया. पूरे मामले पर ग्रामीणों ने लापरवाही के लिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. वहीं, एक तीन साल के बच्चे को भी शांतभंग में पाबंद किया गया है.
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ये बोले अधिकारी
पूरे मामले पर खलीलाबाद क्षेत्राधिकारी अंशुमान मिश्रा ने बताया कि मामले की जानकारी हुई है. जांच की जा रही है. जो भी पुलिसकर्मी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.