भदोहीः सरकार का सबका साथ सबका विकास का नारा साकार होते हुए धरातल पर दिखाई दे रहा है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के श्रमिकों की बेटियों को श्रम विभाग ने साइकिल वितरित की. अब मजदूरों की बेटियां भी साइकिल से स्कूल जा सकेंगी. सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रतिमा मौर्य ने श्रमिकों की बेटियों को निशुल्क साइकिल वितरित किया.
श्रमिकों की बेटियों को बांटी गई साइकिल
सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने संत रविदास शिक्षा सहायता योजना संचालित की है. जिसके तहत छात्रवृत्ति के साथ ही योजना के तहत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की बेटियों को साइकिल वितरित किया जाता है. कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए साइकिल प्रदान किया जाता है. सहायक श्रमायुक्त कार्यालय परिसर ज्ञानपुर में 23 साइकिलों का वितरण किया गया.
ऐसे मिलता है योजना का लाभ
श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रतिमा मौर्य ने बताया कि परीक्षा में पास छात्राओं को अंक तालिका, अगली कक्षा में शुल्क की रसीद के अलावा शिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य से पत्र अटेस्ट करवाकर योजना का लाभ लिया जा सकता है.
इन छात्राओं को मिला योजना का लाभ
योजना के लाभ के लिए 46 पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की कन्याओं को साइकिल सहायता का लाभ प्रदान किये जाने का आवेदन मिला था. जिसमें 23 आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई. पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों में वंदना, काजल, आरती सरोज, कविता, पूनम बिंद, रुचि पाल, आरती बिंद, सोनी, मनीषा, नेहा, मुस्कान मौर्या, गार्गी बिंद, विनीता बिन्द को साइकिल प्रदान किया गया. जिसमें कक्षा 10 की परीक्षा पास करने वाली 19 छात्राओं और कक्षा 12 की परीक्षा पास करने वाली 4 छात्राओं को साइकिल वितरित की गई.
छात्राओं को मिली छात्रवित्ति
इसके अलावा छात्राओं को छात्रवृत्ति भी दिया गया. हाईस्कूल पास 9 छात्राओं को 200 रुपये प्रति माह की दर से 6 महीने की छात्रवृत्रि 1200 रुपये, कक्षा 12वीं उत्तीर्ण 4 छात्राओं को 250 रुपये प्रतिमाह के दर से 1500 रुपये उनके अभिभावकों के खाते में ट्रांसफर किया गया. इस मौके पर सीमा पांडेय, वीरेंद्र प्रसाद यादव, रामविलास बिंद, दीपक मौर्या, शिवान अख्तर, गुलाबचंद, सुशील कुमार, मुरालीलाल सहित काफी संख्या में पंजीकृत श्रमिक और उनकी बेटियां मौजूद रहीं.