संभल : अगर आप किसी से रुपयों का लेनदेन कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए! हो सकता है सामने वाला आपके हाथों में जाली करेंसी थमा दे, क्योंकि संभल जिले में अब ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है जो जाली करेंसी छाप कर बाजार में उसकी खपत कर रहा है. शनिवार को ऐसे ही एक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने लाखों रुपए की जाली करेंसी के साथ सात तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तस्करों के पास से जाली करेंसी के अलावा उसका कागज आदि भी बरामद किए हैं, वहीं इनका एक अन्य साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है.
गिरोह का भंडाफोड़ : संभल जिले के पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह गुनावत ने शनिवार को बहजोई स्थित अपने कार्यालय पर पूरी घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 'जिले की गुन्नौर कोतवाली पुलिस ने जाली करेंसी को हाई क्वालिटी करेंसी बनाकर उसको खपाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है, जिसमें सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि सुखबीर, नीरज, राजेंद्र, योगेंद्र शर्मा, सचिन, नरेंद्र एवं मनोज कुमार को गिरफ्तार किया गया है. सभी गिरफ्तार आरोपी अन्य जनपदों के रहने वाले हैं. एसपी ने बताया कि यह सभी आरोपी आगरा जिले में एक किराए के मकान में रहते हैं और वहीं पर रंगीन प्रिंटर की मदद से जाली नोट तैयार कर आसपास के जिलों में खपाने जाते हैं.'
'सात आरोपियों को मौके से किया गिरफ्तार' : उन्होंने बताया कि 'शनिवार को पुलिस को सूचना मिली कि नरोरा रोड पर उक्त सभी लोग जाली करेंसी खपाने के लिए आए हैं. सूचना मिलते ही पुलिस ने सभी सातों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 1,31,500 रुपए के जाली नोट बरामद हुए हैं, जबकि ₹32 हजार के असली नोट जब्त किए गए हैं. इसके अलावा जाली नोट बनाने के सफेद पेपर भी बरामद हुए हैं. एसपी ने बताया कि सभी के खिलाफ गुन्नौर थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. उन्होंने बताया कि इन सभी के खिलाफ फिरोजाबाद जिले में जाली करेंसी बनाने के मामले में पहले से ही चार मुकदमे दर्ज हैं. सभी को जेल भेजा जा रहा है. एसपी ने बताया कि गुन्नौर पुलिस क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में पुलिस एवं सर्विलांस टीम ने पूरी घटना का खुलासा किया है. खुलासा टीम को ₹10 हजार का इनाम दिया गया है.'