संभलः चिकित्सक को भगवान का दर्जा यूं ही नहीं दिया गया है. संभल जिले में एक चिकित्सक ने अपनी जान पर खेलकर पानी से लबालब भरे नाले में डूब रहे एक ढाई वर्षीय मासूम बच्चे को बचाया है. नाले में बह रहे बच्चे को निकालकर चिकित्सक ने मासूम की जिंदगी बचाई है. चिकित्सक की इस मानवीय पहल की चारों और सराहना हो रही है.
मूसलाधार बारिश के चलते इस समय पूरा संभल शहर पानी में डूबा है. पालिका प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सड़कें थोड़ी सी बारिश में तालाब बन गई हैं तो वही नालों की सफाई नहीं होने से उनमें पानी ऊपर तक भर जाने से खतरा बना रहता है. ऐसे में एक मासूम बच्चा अपनी मां की गोद से छिटककर नाले में जा गिरा. सदर कोतवाली इलाके के जिला संयुक्त चिकित्सालय के बाहर गहरे नाले में बारिश के चलते मासूम के बहने पर उसकी मां ने शोर मचाया तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संभल में तैनात डॉक्टर नीरज शर्मा ने दौड़ लगाकर अपनी जान की परवाह किए बगैर नाले में डूब रहे मासूम बच्चे को बचाया.
उन्होंने नाले में बह रहे मासूम बच्चे को किसी तरह से बाहर निकाला. बच्चे के पेट में भरे पानी को डॉक्टर ने बाहर निकाला और जब बच्चा स्वस्थ तौर पर ठीक हो गया तो उसकी मां को लौटा दिया. डॉक्टर नीरज शर्मा ने बताया कि उनकी ड्यूटी कावड़ यात्रा में लगी हुई है. शनिवार की शाम को वह ड्यूटी से लौट रहे थे, इसी बीच मासूम बच्चे के नाले में डूबने की आवाज सुनकर मौके की ओर दौड़ पड़े. किसी तरह से बच्चे को सुरक्षित तौर पर बाहर निकाला. उधर, चिकित्सक की इस माननीय पहल की चारों ओर सराहना हो रही है.
गौरतलब हो कि संभल नगर पालिका क्षेत्र में थोड़ी सी बारिश से सड़कें तालाब में तब्दील हो रही हैं, जिससे लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पालिका प्रशासन की बदइंतजामी की वजह से लोगों को तमाम दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं. बहरहाल मासूम बच्चे को सकुशल देख उसकी मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
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