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Deputy CM से कराया बिना लाइसेंस के मशीन का लोकार्पण, अल्ट्रासाउंड मशीनें सील

उप मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर की जिस पीईटी सीटी स्कैन का लोकार्पण कराया गया था उसका लाइसेंस ही नहीं था.

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Published : Mar 22, 2023, 11:39 AM IST

आगरा : आगरा-दिल्ली हाईवे पर सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में बिना लाइसेंस लिए ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से पीईटी-सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण कराया गया था. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस पर विभाग ने मंगलवार को पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में दो अल्ट्रासाउंड मशीनें सील कर दी गईं. जिस मशीन का डिप्टी सीएम ने लोकार्पण किया था. उससे जांच पर रोक लगा दी. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें ने तीन और अल्ट्रासाउंड मशीनें सील की हैं. मगर, विभाग की कार्रवाई को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. क्योंकि, डिप्टी सीएम से बिना लाइसेंस वाली मशीन का लोकार्पण हो गया. लेकिन, विभाग ने उसकी अनुमति तक नहीं देगी. जिससे सरकार की किरकिरी हो रही है.

बता दें कि, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया था. इस रिसर्च सेंटर में वर्ष 2018 में दो अल्ट्रासाउंड मशीन लगी थीं. जिनके लाइसेंस का पांच साल बाद नवीनीकरण नहीं कराया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन को संचालित करने की अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया गया था. सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 'जिले में झोलाछाप और बिना अनुमति के चल रहे अस्पताल और मशीनों की जांच का अभियान जारी है.'


डीएम के आदेश के बाद कार्रवाई : सीएमओ डॉ. अरुण प्रकाश ने बताया कि 'प्यारी बिटिया एप के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी मंगलवार को मिली थी कि, अल्ट्रासाउंड मशीन के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हुआ है. दोनों अल्ट्रासाउंड मशीन का लाइसेंस 30 जनवरी-2023 को ही खत्म हो गया था. फिर भी उससे अल्ट्रासाउंड किए जा रहे थे. यह खुलासा सोमवार को लोकार्पण कार्यक्रम में हुआ था. इस पर डीएम नवनीत सिंह चहल के आदेश पर एसीएम प्रथम राम प्रकाश और पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. एसके राहुल की टीम ने सेंटर प्रशासन से मशीन से संबंधित जानकारी ली. संस्थान से डेढ़ माह के बाद भी लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन न करने को लेकर सवाल पूछे. इस पर सेंटर प्रतिनिधि संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. इस बारे में एसीएम प्रथम राम प्रकाश ने बताया कि 'दो अल्ट्रासाउंड मशीनों को सील कर दिया गया.' इस बारे में पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर के संचालक डॉ. संदीप अग्रवाल का कहना है कि 'अल्ट्रासाउंड सेंटर के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए समय नहीं मिला. पीईटी-सीटी स्कैन किसी गर्भवती महिला का नहीं किया जा सकता है. इसके लिए एटामिक एनर्जी रिव्यू बोर्ड से लगभग 16 अनुमतियां ले लीं.


सरकार नर्सिंग होम में तीन मशीनें सील : प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को दिल्ली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम में तीन अल्ट्रसाउंड मशीनों को सील कर दिया है. इन मशीनों का पंजीकरण खत्म हो चुका है. इसके साथ ही टीम ने बल्केश्वर स्थित डॉ. नीरजा अग्रवाल के सेंटर की अल्ट्रासाउंड मशीन को सील की है. इस अल्ट्रासाउंड मशीन का लाइसेंस खत्म हो चुका है. इसके बाद भी लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया गया था.

यह भी पढ़ें : Next Round of G20 Meetings : जी20 के अगले दौर की बैठकें 27 मार्च से गुजरात में होगी

आगरा : आगरा-दिल्ली हाईवे पर सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में बिना लाइसेंस लिए ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से पीईटी-सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण कराया गया था. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस पर विभाग ने मंगलवार को पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में दो अल्ट्रासाउंड मशीनें सील कर दी गईं. जिस मशीन का डिप्टी सीएम ने लोकार्पण किया था. उससे जांच पर रोक लगा दी. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें ने तीन और अल्ट्रासाउंड मशीनें सील की हैं. मगर, विभाग की कार्रवाई को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. क्योंकि, डिप्टी सीएम से बिना लाइसेंस वाली मशीन का लोकार्पण हो गया. लेकिन, विभाग ने उसकी अनुमति तक नहीं देगी. जिससे सरकार की किरकिरी हो रही है.

बता दें कि, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया था. इस रिसर्च सेंटर में वर्ष 2018 में दो अल्ट्रासाउंड मशीन लगी थीं. जिनके लाइसेंस का पांच साल बाद नवीनीकरण नहीं कराया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन को संचालित करने की अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया गया था. सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 'जिले में झोलाछाप और बिना अनुमति के चल रहे अस्पताल और मशीनों की जांच का अभियान जारी है.'


डीएम के आदेश के बाद कार्रवाई : सीएमओ डॉ. अरुण प्रकाश ने बताया कि 'प्यारी बिटिया एप के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी मंगलवार को मिली थी कि, अल्ट्रासाउंड मशीन के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हुआ है. दोनों अल्ट्रासाउंड मशीन का लाइसेंस 30 जनवरी-2023 को ही खत्म हो गया था. फिर भी उससे अल्ट्रासाउंड किए जा रहे थे. यह खुलासा सोमवार को लोकार्पण कार्यक्रम में हुआ था. इस पर डीएम नवनीत सिंह चहल के आदेश पर एसीएम प्रथम राम प्रकाश और पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. एसके राहुल की टीम ने सेंटर प्रशासन से मशीन से संबंधित जानकारी ली. संस्थान से डेढ़ माह के बाद भी लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन न करने को लेकर सवाल पूछे. इस पर सेंटर प्रतिनिधि संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. इस बारे में एसीएम प्रथम राम प्रकाश ने बताया कि 'दो अल्ट्रासाउंड मशीनों को सील कर दिया गया.' इस बारे में पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर केयर एंड रिसर्च सेंटर के संचालक डॉ. संदीप अग्रवाल का कहना है कि 'अल्ट्रासाउंड सेंटर के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए समय नहीं मिला. पीईटी-सीटी स्कैन किसी गर्भवती महिला का नहीं किया जा सकता है. इसके लिए एटामिक एनर्जी रिव्यू बोर्ड से लगभग 16 अनुमतियां ले लीं.


सरकार नर्सिंग होम में तीन मशीनें सील : प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को दिल्ली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम में तीन अल्ट्रसाउंड मशीनों को सील कर दिया है. इन मशीनों का पंजीकरण खत्म हो चुका है. इसके साथ ही टीम ने बल्केश्वर स्थित डॉ. नीरजा अग्रवाल के सेंटर की अल्ट्रासाउंड मशीन को सील की है. इस अल्ट्रासाउंड मशीन का लाइसेंस खत्म हो चुका है. इसके बाद भी लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया गया था.

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