सहारनपुर : आबकारी और पुलिस महकमा अवैध नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के प्रयास में लगी हैं. गांव मिर्जापुर में नशे के खिलाफ हुई महापंचायत ने आबकारी विभाग की पोल खोल दी है. शुक्रवार की रात समुदाय विशेष के लोगों ने पंचायत कर युवाओं को जागरूक किया. वहीं नशे के कारोबारियों को भी गांव में चरस, स्मैक अफीम का कारोबार बंद करने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में स्मैक, चरस समेत नशे के सामान की खुलेआम बिक्री हो रही है. कई पुलिस थानों में शिकायत की है. इसके बावजूद सफेद जहर का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके बाद ग्रामीणों ने महापंचायत का आयोजन किया और नशे के खिलाफ आवाज उठाई है. महापंचायत में जागरूकता अभियान चलाकर नशे से होने वाले नुकसान युवाओं को बताए हैं.
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- थाना मिर्जापुर इलाके के गांव मिर्जापुर में इन दिनों नशे सौदागरों का बोल बाला है.
- नशे के सौदागर स्थानीय पुलिस से सांठगांठ कर स्मैक, अफीम और चरस के बेचकर न सिर्फ गांव के युवाओं को नशे के दलदल में धकेल रहे हैं.
- चंद पैसों के लालच में युवाओं के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं.
- गांव में बढ़ते नशे के कारोबार को देखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नशे के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है.
- शुक्रवार रात में पंचायत कर नशा कारोबारियों को सबक सिखाने के साथ युवाओं को नशे से दूर रहने की हिदायत दी है.
- ग्रामीणों का कहना है कि गांव के बड़े बुजुर्ग ही नहीं अब तो नाबालिग बच्चे भी नशे के लती हो गए हैं. डेढ़ दशक में पूरा गांव नशे का गढ़ बन चुका है.
पंचायत कर युवाओं से दूर रहने के लिए जागरूकता अभियान चलाने पर विचार विमर्श किया है. नशे से होने वाले नुकसान भी गिनाए है. साथ ही नशे के सौदागरों को चेतावनी भी दी है कि यदि गांव में वे नशे का समान बेचते हुए पकड़े गए तो पंचायत उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है.
मौलाना मुजीबुर्रहमान, पंच