सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव नजदीक हैं. सभी राजनीतिक दल निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. हर किसी को निकाय चुनाव की तारीख का इंतजार है. वहीं, चुनाव से ठीक पहले स्मार्ट सिटी सहारनपुर के बीजेपी पार्षद यशपाल पुंडीर के कारनामों के कई वीडियो ETV भारत के पास आए हैं. वीडियो में वार्ड नंबर 12 के पार्षद न सिर्फ अवैध वसूली कर रहे हैं बल्कि सफाई नायक पर सफाई कर्मियों से हर महीने पैसे देने का दबाव बना रहा है.
खास बात ये है कि बीजेपी पार्षद हर महीने मोटी रकम लेकर जहां सफाई कर्मियों के काम को नजर अंदाज की बात कर रहा है. वहीं, अवैध वसूली के नाम पर मोटी रकम तय कर रहा है. वीडियो में बीजेपी पार्षद सफाई नायक से महीने के पैसे लेकर गिनते साफ दिखाई दे रहा है. पार्षद की वसूली के 4 वीडियो ETV भारत के पास है. पार्षद सत्ताधारी पार्टी से हैं तो ओवर कॉन्फिडेंस आना भी लाजमी है. यही वजह है कि पार्षद साहब ने वीडियो को लेकर कुछ बोलने से इंकार कर दिया है. नगर निगम महापौर संजीव वालिया ने वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. वहीं, विपक्ष को पार्षद के इस वीडियो को लेकर निकाय चुनाव में बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है.
दरअसल, स्मार्ट सिटी सहारनपुर के वार्ड नंबर 12 से यशपाल सिंह पुंडीर 2017 में पार्षद चुने गए थे. बीजेपी से यशपाल पुंडीर के पार्षद चुने जाने के बाद वार्ड वासियों को उम्मीद जगी थी कि अब उनके वार्ड के दिन बहुरेंगे, लेकिन चुनाव जीतते ही पार्षद साहब ने वार्ड में विकास कराने से ज्यादा अपनी जेब भारी करना जरूरी समझा. यही वजह है कि पार्षद यशपाल पुंडीर ने महीना नहीं देने पर आधा दर्जन सफाई नायकों पर झूठे आरोप लगाकर तबादले करा दिए.
सफाई नायक गोविंद सिंह का आरोप है कि बीजेपी पार्षद यशपाल पुंडीर सफाई नायक को न सिर्फ अनावश्यक परेशान करता है बल्कि सविंदा और स्थाई सफाई कर्मियों से महीना वसूली का दबाव बनाता है. सफाई नायक के मुताबिक पार्षद यशपाल पुंडीर का साफ कहना है कि सफाई नायक वार्ड में तैनात सफाई कर्मियों से हर महीने पैसे इकट्ठे करके देने होंगे. ऐसा नहीं करने पर वह सफाई नायक का तबादला करवा देता है.
बताया जाता है कि आए दिन बीजेपी पार्षद की मांग बढ़ने लगी थी. उसकी हरकतों से तंग आकर सफाई नायक गोविंद सिंह ने पार्षद की अवैध वसूली के एक के बाद एक कई वीडियो बना लिए. वीडियो में पार्षद यशपाल पुंडीर सफाई नायक से खुलेआम हर महीने 15 हजार रुपये की मांग कर रहा है. पैसे कम होने पर खरी-खोटी भी सुना रहा है. जबकि सफाई नायक सफाई कर्मियों की गरीबी एवं बेबशता की दुहाई देता है, लेकिन पार्षद साहब को महीना वसूली के अलावा किसी से कोई मतलब नहीं है. इतना ही नहीं सफाई नायक से सफाई कर्मियों की हाजिरी का रजिस्टर भी अपने पास ही रखता है.
ETV भारत ने सफाई नायक गोविंद सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 12 के पार्षद यशपाल पुंडीर बिना वजह उन्हें परेशान करता था. सफाई कर्मियों से हर महीने पैसे इकट्ठा करने का दबाव बनाता था. पार्षद के दबाव में गोविंद सिंह ने कई बार सफाई कर्मियों से पैसे इकट्ठे करके महीना दिया, लेकिन पार्षद की मांग बढ़ती चली गई. पार्षद 15 हजार रुपये से लेकर 30 हजार रुपये तक महीने की मांग करने लगा. कई महीनों से सफाई कर्मियों का वेतन नहीं मिलने से असमर्थता जताई तो पार्षद ने उसका तबादला दूसरे वार्ड में करा दिया. गोविंद सिंह के मुताबिक वे अकेले सफाई नायक नहीं है जो बीजेपी पार्षद के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े हैं. उनसे पहले और बाद में भी कई सफाई नायकों को बदलवाया गया है.
सफाई नायक गोविंद सिंह ने बताया कि पार्षद यशपाल पुंडीर को न तो पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की चिंता है और न वार्ड में विकास कार्यो की फिक्र है. उनका मकशद सिर्फ अवैध वसूली करके अपनी जेब भरना है. सफाई कर्मियों को बिना वजह परेशान करके अवैध वसूली करता है. सफाई नायक गोविंद सिंह के मुताबिक पार्षद यशपाल पुंडीर को हर महीने पैसा देना पड़ता है. अगर कोई पैसे नहीं देता तो उसको बिना वजह तंग किया जाता है. उनका साफ कहना है कि हर महीने उसको पैसे दो इसके बाद वे ड्यूटी पर आए या न आये. इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इस बाबत जब पार्षद यशपाल पुंडीर का पक्ष जानना चाह तो उन्होंने मेरा ऐसा कोई वीडियो नहीं होने की बात कहकर मिलने से मना कर दिया.
स्मार्ट सिटी पार्षद के भ्रष्टाचार के वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों निकाय चुनाव के लिए मुद्दा मिल गया है. वार्ड 12 से कांग्रेस नेता मन मोहन जुनेजा का कहना है कि पार्षद का सफाई कर्मियों से महीना वसूली करना बहुत ही निंदनीय है. बीजेपी पार्षद शुरू से ही सफाई कर्मियों से अवैध वसूली करता आ रहा है. एक जनप्रतिनिधि को इस तरह की वसूली करने शोभा नहीं देता. ऐसे पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
सपा नेता रत्न सिंह यादव का कहना है कि उनके पास भी ये वीडियो आए हुए हैं. जिन्हें देखकर वे खुद भी शर्मिंदा हैं. चुनाव के वक्त जनता के बीच जाकर जो वादे किए थे उन वादों से भटक कर सफाई कर्मचारियों से वसूली कर रहे हैं ये बहुत गलत और निंदनीय है. वार्ड की जनता ने उन्हें अपना वोट विकास कार्य के लिए दिया था, लेकिन पार्षद यशपाल पुंडीर का ध्यान सिर्फ अपनी जेब भरने पर है. आगामी निकाय चुनाव में जनता ऐसे नेताओं को सबक सिखाने का काम करेगी.
उधर बीजेपी से स्मार्ट सिटी के महापौर संजीव वालिया का कहना है कि पार्षद की करतूत का वीडियो उनके संज्ञान में आया है. जिसमें वार्ड 12 के पार्षद यशपाल पुंडीर सफाई नायक से अवैध वसूली कर रहे हैं. वीडियो की जांच में अगर निगम का कोई कर्मचारी या पार्षद अविध वसूली करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करेंगे.
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