सहारनपुर :14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद कस्बा देवबंद एटीएस के रडार पर है. जिसके चलते एटीएस की टीम ने देवबंद की नाज मंजिल में छापेमारी कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी कार्यवाई की है.शाहनवाज तेली और आकिब मोहम्मद को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में असलहा और संदिग्धचीजे बरामद की है.बताया जा रहा है कि दोनों आतंकी न सिर्फ अपनी पहचान छिपाकर नाज मंजिल में रह रहे थे बल्कि खुद को दारुल उलूम काछात्र बताते थे. हिन्दू संगठनों ने दारुल उलूम पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए तो उलेमाओं ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उलेमाओं का कहना है कि दारुल उलूम हमेशा आतंकवाद की मुखालफत करता है.
लेकिन एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया तो पूरे देवबंद में सनसनी फैल गई.मदरसा जामिया तुश शेख हुसैन अहमद अल मदनी के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना मुफ्ती हय्यान कासमी ने कहा कि एटीएस ने जिन दो लोगों को पकड़ा है. उनका दारुल उलूम तो क्या किसी भी मदरसे में दाखिला नहीं है.उनके देवबंद से पकड़े जाने के लिए किसी भी तरह से दारुल उलूम को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.उन्होंने कहा कि अगर कोई यहां आकर चुपचाप किराये पर कमरा लेकर रहने लगता है तो उसमें दारुल उलूम की क्या जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा कि हांअगर इसमें कोई दारुल उलूम का छात्र होता तो कुछ कहना सही था, लेकिन जब उनका दारुल उलूम से कोई ताल्लुक ही नहीं है तो फिर क्यों कुछ लोग दारुल उलूम को बदनाम कर देश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.देश का माहौल खराब हो यही आतंकियों की मंशा है,जो आतंकवादी चाहते हैं वो आप खुद ही पूरा कर रहे हैं.मुफ्ती हय्यान ने कहा कि हमारी सरकार और पुलिस अपना काम पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रही है.अराजकता फैलाने के बजाए हम सभी को सरकार और पुलिस का सहयोग करना चाहिए.
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