सहारनपुर: जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. फूड इंस्पेक्टर बनने और किसान को फर्जी तमंचे के साथ जेल भेजने को लेकर सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. ग्रामीणों ने अवैध हथियार को लेकर पुलिसकर्मियों पर फर्जी मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया था. इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच देवबंद सीओ को सौंपी थी. वहीं राजूपुर चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया है.
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने तीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. वहीं राजूपुर चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है. देवबंद कोतवाली क्षेत्र के नन्हेड़ा आसा गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि जब वह रात में घर से खाना खाकर अपने घेर में सोने के लिए जा रहा था. इसी दौरान वहां दो सिपाहियों ने बीच रास्ते में ही उन्हें रोक लिया और उसके हाथ में देशी तमंचा थमाने लगे.
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पुलिसकर्मियों के गलत इरादे को भाप वह शोर मचाने लगा. इसके बाद सभी ग्रामवासी इकट्ठे होकर कोतवाली पहुंचे और सीओ के सामने इन पुलिसकर्मियों की करतूत उजागर की. वहीं एक सिपाही फर्जी तरीके से फूड इंस्पेक्टर बनकर पहुंचा. इस पूरे मामले का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से इन सिपाहियों को निलंबित कर दिया. वहीं गोकशी की घटना को लेकर देवबंद कोतवाली की राजूपुर चौकी को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है.
थाना देवबंद में तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है. इनमें से एक पुलिसकर्मी पर फूड इंस्पेक्टर बनकर जाने का आरोप था. वहीं दो सिपाहियों पर आरोप था कि फर्जी तरीके से किसान के हाथ में तमंचा थमाकर उसको जेल भेजने की कोशिश की गई. सीओ देवबंद की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. साथ ही देवबंद की राजूपुर चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर किया गया है. कुछ समय पहले हुई गोकशी के मामले में इनके द्वारा लापरवाही बरती गई थी.
-दिनेश कुमार पी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक