सहारनपुर: जनपद में लॉकडाउन के चलते दारुल उलूम के होस्टल में 2 महीने रहकर समस्याओं से जूझ रहे हजारों छात्र घर जाने के लिए बुधवार को रेलवे स्टेशन पहुंचे. सभी छात्र पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम राज्यों में जाने के लिए रवाना हुए हैं. छात्र रेलवे स्टेशन पर घंटों तक ट्रेन का इंतजार करते रहे. साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों का भी इंतजार करते रहे.
विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद में देश के कई राज्यों के छात्र धार्मिक तालीम हासिल करने आते हैं. इस बार कोरोना वायरस की वजह से पांच हजार से ज्यादा छात्र देवबंद के हॉस्टलों में फंस गए. बुधवार को पास बनवा कर कुछ छात्र तो अपने घरों को निकल गए, लेकिन बड़ी संख्या में छात्र हॉस्टल मे ही रह गए. हजारों छात्र अपने घर नहीं जा पाए. छात्रों का ईद का त्योहार भी अपनों से दूर रहकर मनाना पड़ा.
छात्रों का कहना है कि देशहित मे लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस का पालन करना बहुत जरूरी है. इसलिए हमने मदरसे के हॉस्टल में रहकर ईद मनाई है. बुधवार को छात्रों को इतलाह दी गई कि असम, पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेन से ये छात्र अपने घर जा सकते हैं. बुधवार की सुबह ही 700 से ज्यादा देवबंदी छात्र रेलवे स्टेशन पहुंच गए. स्टेशन पर छात्रों को ट्रेन का इंतजार करना पड़ा. छात्रों की थर्मल स्कैनिंग कर ट्रेन में बिठाया गया.