सहारनपुर: श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर के अधूरे पड़े मुख्य द्वार के निर्माण कार्य को लेकर स्वामी दीपांकर के शिष्य बुधवार को मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. उन्होंने मांग की है कि जब तक इस गेट का निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा, तब तक वे भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे.
देवबंद स्थित शक्तिपीठ श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य अभी अधूरा है. इसके चलते अब साधु-संतों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है. इस गेट के निर्माण को लेकर अतंरराष्ट्रीय ध्यानगुरू स्वामी दीपांकर के शिष्य अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. उन्होंने इस गेट के निर्माण कार्य को शुरू होने तक भूख हड़ताल से न उठने की चेतावनी दी है.
बता दें कि नगर पालिका परिषद देवबंद ने शक्तिपीठ श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मंदिर के मुख्य द्वार को नवीनीकरण के चलते 4 वर्ष पहले तुड़वा दिया था. इसके बाद नगर पालिका की ओर से इस गेट का टेंडर छोड़े जाने के बाद तीन साल पहले यह गेट बनना शुरू हुआ था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है. नगर पालिका ने इस गेट को पूरा न कराए जाने के चलते काफी समय से लोगों ने उपजिलाधिकारी, जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर काम शुरू करवाने की मांग की.
बावजूद इसके इस गेट का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. अंतरराष्ट्रीय ध्यानगुरू स्वामी दीपांकर के शिष्य आचार्य पंडित वासुदेव भारद्वाज के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल किया जा रहा है. पंडित वासुदेव भारद्वाज का कहना है कि जब तक नगर पालिका द्वारा इस गेट के अधूरे पड़े निर्माण कार्यों को शुरू नहीं कराया जाएगा, तब तक वे लोग भूख हड़ताल से नहीं हटेंगे.