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सहारनपुर : उत्पीड़न का शिकार मृत प्रशिक्षु दारोगा ने वाइस क्लीप भेज लगाया था आरोप - accuse

प्रशिक्षु एसआई कुलदीप सुसाइड मामले में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ आखिरकार हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. परिजनों के दबाव बनाने के बाद मामले में तत्परता दिखाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है और आला अधिकारी इस मामले में निष्पक्ष जांच की बात कर रहे हैं.

ट्रेनी दारोगा कुलदीप
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Published : Feb 3, 2019, 9:52 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST

सहारनपुर : 31 जनवरी की सुबह ट्रेनी एसआई कुलदीप सुसाइड मामले में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है. परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने थाना देवबंद में ही धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. जबकि इससे पहले पुलिस अधिकारी मामले की जांच की बात कहकर आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे. जिसके चलते एसएसपी ने उसे हटाने की बजाए थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया. लेकिन राविवार को परिजनों ने थाना देवबंद का घेराव कर मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया तो पुलिस ने आन्न फानन में आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुदकमा दर्ज करना पड़ा.

आरोपी कोतवाल पर मुकदमा दर्ज
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चौकाने वाली बात तो यह है कि आत्महत्या से पहले मृतक दरोगा ने पुलिस अधिकारियों और परिजनों को वॉइस क्लिप भेज कर कोतवाल को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था. बावजूद इसके पुलिस ने उत्पीड़न के आरोपी कोतवाल पर कार्यवाई करना तो दूर उसे जांच पूरी होने तक लाइन हाजिर तक किया. जिससे न सिर्फ पुलिस की जांच प्रणाली पर सवाल उठने लगे बल्कि स्टाफ के साथ हुई बदसलूकी के बाद पुलिस से आम आदमी का भरोसा उठना भी लाज़मी है. हालांकि आला अधिकारी अभी भी मामले की जांच कराने की बात कर रहे है.

आपको बता दें कि 31 जनवरी की सुबह न सिर्फ एक पत्नी का सुहाग उजड़ गया बल्कि पुलिस महकमे ने भी सच्चा और ईमानदार अधिकारी खो दिया था. थाना देवबंद के कोतवाल के उत्पीड़न से तंग आकर किराये के कमरे में रह रहे कुलदीप नाम के एक ट्रेनी दारोगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. कुलदीप ने मरने से पहले जहां एक वॉइस रिकॉर्डिंग सीओ देवबंद को भेजी थी वही 8 मिनट की एक वॉइस रिकार्डिंग अपने परिजनों को भेज कर अपनी मौत का जिम्मेदार इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही को बताया था. लेकिन पुलिस अधिकारी पहले ही दिन से वॉइस रिकार्डिंग होने से मना करते रहे जबकि परिजन पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष कार्यवाई करने की मांग कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने आरोपी कोतवाल देवबंद से हटाकर थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया.

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जिसके बाद परिजनों ने जहां मृतक कुलदीप द्वारा भेजी गई ऑडियो क्लिप वायरल कर ट्रेनी दारोगा के उत्पीड़न की सच्चाई जग जाहिर कर दी बल्कि आरोपी कोतवाल के खिलाफ तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. रविवार को मृतक दारोगा के परिजन देवबंद कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने सीओ देवबंद का घेराव कर आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. हालांकि इससे पहले पुलिस पूरे मामले को केवल आत्महत्या ही बताती रही और आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश में जुटी रही. परिजनों के दबाव के बाद राविवार कि देर शाम पुलिस ने थाना देवबंद में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. खास बात तो ये भी है कि आरोपी कोतवाल अभी थाना कुतुबशेर में थाना प्रभारी के पद पर तैनात है.

एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने बताया कि प्रशिक्षु उप निरीक्षक कुलदीप की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई थी. इस संबंध में उनके परिजनों द्वारा एक तहरीर दी गई है उस तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. निष्पक्ष विवेचना के लिए जनपद के वरिष्ठ क्षेत्राधिकारी मुकेश को नियुक्त किया है मेरे द्वारा जांच की जा रही थी, लेकिन परिजनों का आग्रह था कि इस संबंध में अभियोग पंजीकृत कर लिया जाए जिस के आग्रह पर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है . पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच उपरांत ही कोई कार्यवाई की जाएगी.

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सहारनपुर : 31 जनवरी की सुबह ट्रेनी एसआई कुलदीप सुसाइड मामले में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है. परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने थाना देवबंद में ही धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. जबकि इससे पहले पुलिस अधिकारी मामले की जांच की बात कहकर आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे. जिसके चलते एसएसपी ने उसे हटाने की बजाए थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया. लेकिन राविवार को परिजनों ने थाना देवबंद का घेराव कर मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया तो पुलिस ने आन्न फानन में आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुदकमा दर्ज करना पड़ा.

आरोपी कोतवाल पर मुकदमा दर्ज
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चौकाने वाली बात तो यह है कि आत्महत्या से पहले मृतक दरोगा ने पुलिस अधिकारियों और परिजनों को वॉइस क्लिप भेज कर कोतवाल को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था. बावजूद इसके पुलिस ने उत्पीड़न के आरोपी कोतवाल पर कार्यवाई करना तो दूर उसे जांच पूरी होने तक लाइन हाजिर तक किया. जिससे न सिर्फ पुलिस की जांच प्रणाली पर सवाल उठने लगे बल्कि स्टाफ के साथ हुई बदसलूकी के बाद पुलिस से आम आदमी का भरोसा उठना भी लाज़मी है. हालांकि आला अधिकारी अभी भी मामले की जांच कराने की बात कर रहे है.

आपको बता दें कि 31 जनवरी की सुबह न सिर्फ एक पत्नी का सुहाग उजड़ गया बल्कि पुलिस महकमे ने भी सच्चा और ईमानदार अधिकारी खो दिया था. थाना देवबंद के कोतवाल के उत्पीड़न से तंग आकर किराये के कमरे में रह रहे कुलदीप नाम के एक ट्रेनी दारोगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. कुलदीप ने मरने से पहले जहां एक वॉइस रिकॉर्डिंग सीओ देवबंद को भेजी थी वही 8 मिनट की एक वॉइस रिकार्डिंग अपने परिजनों को भेज कर अपनी मौत का जिम्मेदार इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही को बताया था. लेकिन पुलिस अधिकारी पहले ही दिन से वॉइस रिकार्डिंग होने से मना करते रहे जबकि परिजन पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष कार्यवाई करने की मांग कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने आरोपी कोतवाल देवबंद से हटाकर थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया.

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जिसके बाद परिजनों ने जहां मृतक कुलदीप द्वारा भेजी गई ऑडियो क्लिप वायरल कर ट्रेनी दारोगा के उत्पीड़न की सच्चाई जग जाहिर कर दी बल्कि आरोपी कोतवाल के खिलाफ तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. रविवार को मृतक दारोगा के परिजन देवबंद कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने सीओ देवबंद का घेराव कर आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. हालांकि इससे पहले पुलिस पूरे मामले को केवल आत्महत्या ही बताती रही और आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश में जुटी रही. परिजनों के दबाव के बाद राविवार कि देर शाम पुलिस ने थाना देवबंद में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. खास बात तो ये भी है कि आरोपी कोतवाल अभी थाना कुतुबशेर में थाना प्रभारी के पद पर तैनात है.

एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने बताया कि प्रशिक्षु उप निरीक्षक कुलदीप की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई थी. इस संबंध में उनके परिजनों द्वारा एक तहरीर दी गई है उस तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. निष्पक्ष विवेचना के लिए जनपद के वरिष्ठ क्षेत्राधिकारी मुकेश को नियुक्त किया है मेरे द्वारा जांच की जा रही थी, लेकिन परिजनों का आग्रह था कि इस संबंध में अभियोग पंजीकृत कर लिया जाए जिस के आग्रह पर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है . पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच उपरांत ही कोई कार्यवाई की जाएगी.

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Intro:सहारनपुर : 31 जनवरी की सुबह ट्रेनी एसआई कुलदीप सुसाइड मामले में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने थाना देवबंद में ही धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जबकि इससे पहले पुलिस अधिकारी मामले की जांच की बात कहकर आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश कर रहे थे। जिसके चलते एसएसपी ने उसे हटाने की बजाए थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया। लेकिन राविवार को परिजनों ने थाना देवबंद का घेराव कर मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया तो पुलिस ने आन्न फानन में आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुदकमा दर्ज करना पड़ा। चोकाने वाली बात तो ये है कि आत्महत्या से पहले मृतक दरोगा ने पुलिस अधिकारियों और परिजनों को वॉइस क्लिप भेज कर कोतवाल को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। बावजूद इसके पुलिस ने उत्पीड़न के आरोपी कोतवाल पर कार्यवाई करना तो दूर उसे जांच पूरी होने तक लाइन हाजिर तक किया। जिससे न सिर्फ पुलिस की जांच प्रणाली पर सवाल उठने लगे बल्कि स्टाफ के साथ हुई बदसलूकी के बाद पुलिस से आम आदमी का भरोसा उठना भी लाज़मी है। हालांकि आला अधिकारी अभी भी मामले की जांच कराने की बात कर रहे है।





Body:VO 1 - आपको बता दें कि 31 जनवरी की सुबह न सिर्फ एक पत्नी का सुहाग उजड़ गया बल्कि पुलिस महकमे ने भी सच्चा और ईमानदार अधिकारी खो दिया था। थाना देवबंद के कोतवाल के उत्पीड़न से तंग आकर किराये के कमरे में रह रहे कुलदीप नाम के एक ट्रेनी दारोगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कुलदीप ने मरने से पहले जहां एक वॉइस रिकॉर्डिंग सीओ देवबंद को भेजी थी वही 8 मिनट की एक वॉइस रिकार्डिंग अपने परिजनों को भेज कर अपनी मौत का जिम्मेदार इंस्पेक्टर अभिषेक सिरोही को बताया था। लेकिन पुलिस अधिकारी पहले ही दिन से वॉइस रिकार्डिंग होने से मना करते रहे जबकि परिजन पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष कार्यवाई करने की मांग कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने आरोपी कोतवाल देवबंद से हटाकर थाना कुतुबशेर का चार्ज दे दिया।जिसके बाद परिजनों ने जहां मृतक कुलदीप द्वारा भेजी गई ऑडियो क्लिप वायरल कर ट्रेनी दारोगा के उत्पीड़न की सच्चाई जग जाहिर कर दी बल्कि आरोपी कोतवाल के खिलाफ तहरीर देकर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। रविवार को मृतक दारोगा के परिजन देवबंद कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने सीओ देवबंद का घेराव कर आरोपी कोतवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। हालांकि इससे पहले पुलिस पूरे मामले को केवल आत्महत्या ही बताती रही और आरोपी कोतवाल का बचाव करने की कोशिश में जुटी रही। परिजनों के दबाव के बाद राविवार कि देर शाम पुलिस ने थाना देवबंद में आरोपी कोतवाल अभिषेक सिरोही के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। खास बात तो ये भी है कि आरोपी कोतवाल अभी थाना कुतुबशेर में थाना प्रभारी के पद पर तैनात है। एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने बताया कि 

प्रशिक्षु उप निरीक्षक कुलदीप की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई थी इस संबंध में उनके परिजनों द्वारा एक तहरीर दी गई है उस तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है निष्पक्ष विवेचना के लिए जनपद के वरिष्ठ क्षेत्राधिकारी मुकेश को नियुक्त किया है मेरे द्वारा जांच की जा रही थी लेकिन परिजनों का आग्रह था कि इस संबंध में अभियोग पंजीकृत कर लिया जाए जिस के आग्रह पर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है । पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच उपरांत ही कोई कार्यवाई की जाएगी । 

बाइट - विद्यासागर मिश्र ( एसपी देहात )


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST
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