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पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सगीर अहमद का शव पहुंचा सहारनपुर, परिजनों ने किया सुपुर्द-ए-खाक - सहारनपुर न्यूज

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एक हफ्ते से हो रहे आतंकी हमले के दौरान सहारनपुर के रहने वाले सगीर अहमद की मौत हो गई. बताया जाता है कि सगीर जम्मू कश्मीर में किराए के मकान में रहते थे. आज सगीर अहमद का शव सहारनपुर पहुंचा. जहां परिवार वाले ने सगीर के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया.

सगीर अहमद का परिवार.
सगीर अहमद का परिवार.
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Published : Oct 18, 2021, 10:02 AM IST

Updated : Oct 18, 2021, 4:03 PM IST

सहारनपुरः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के दौरान जिले के रहने वाले सगीर अहमद की मौत हो गई. वह जिस किराए के मकान में रहते थे. उसी में घुसकर आतंकियों ने हमला किया था. बताया जा रहा है कि सगीर अहमद के पेट में गोलियां लगीं थी. अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई. सोमवार को उनका शव उनके गांव लगाया गया. जहां परिवार वाले ने सगीर के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया.

सगीर अहमद का परिवार सहारनपुर शहर के कुतुबशेर थाना क्षेत्र स्थित मोहल्ला सराय हिसामुद्दीन में रहता है. सगीर अहमद जम्मू कश्मीर में लकड़ी की छिलाई और कटाई का काम करते थे. वह एक साल पहले ही सहारनपुर से पुलवामा के एजाज अहमद वानी की फर्म में काम करने गए थे.

जानकारी देते पार्षद.

शनिवार शाम को एजाज अहमद वानी की फर्म के एक कर्मचारी ने परिवार को कॉल करके इस घटना के बारे में जानकारी दी थी. कर्मचारी ने बताया कि आतंकी हमले के दौरान गोलियां लगने से सगीर अहमद की मौत हो गई. सगीर अहमद के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा चार बेटी और एक बेटा हैं. जो राजस्थान में कॉरपेंटर का काम करता है.

इसे भी पढ़ें- अलीगढ़: जिला अस्पताल के शवगृह से गायब हुआ बच्चे का शव, मचा हड़कंप

परिजन रात को ही सगीर के शव को लेने के लिए कश्मीर निकल गए थे. सोमवार सुबह लगभग 5:00 बजे के करीब सगीर अहमद के शव को एंबुलेंस के द्वारा सहारनपुर लाया गया. जहां सगीर के शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. सगीर की पत्नी नफीसा कि 6 महीने पहले ही कोरोना से मौत भी हो चुकी है. परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है.

सगीर अहमद सुपुर्द-ए-खाक.
सगीर अहमद सुपुर्द-ए-खाक.

जैसे ही परिवार को उनकी मौत होने के बारे में पता चला तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. आसपास के लोगों ने घटना पर दुख जताया है. सगीर की हत्या के बाद परिवार वालों ने सरकार से मुआवजे और नौकरी की मांग की. परिवार का कहना है कि सगीर 1 साल से जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे थे, वो बीच-बीच में घर आते रहते थे.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि दूसरे राज्यों के निरीह नागरिकों की आतंकवादी हत्या कर रहे हैं. इससे अधिक कायराना कुछ भी नहीं हो सकता है. किसी गोलगप्पे वाले की, रेहड़ी वाले की हत्या कर दी जाती है. भाजपा इसकी निंदा करती है. हमारी सरकार हमारे सहारनपुर के साथी की मौत पर बहुत जल्द उचित मुआवजा देगी.

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादी अब कायराना हरकतों पर उतर आए हैं. वे मजदूरों की हत्या कर रहे हैं. उनकी इन कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब सरकार देगी. यह गरीब लोग किसी का कुछ नहीं बिगाड़ रहे थे, मगर उनकी हत्या की गई. उत्तर प्रदेश के जिस साथी की आतंकवादियों ने हत्या की है. उसके परिवार को राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी, मुआवजा भी दिया जाएगा ?

सहारनपुरः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के दौरान जिले के रहने वाले सगीर अहमद की मौत हो गई. वह जिस किराए के मकान में रहते थे. उसी में घुसकर आतंकियों ने हमला किया था. बताया जा रहा है कि सगीर अहमद के पेट में गोलियां लगीं थी. अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई. सोमवार को उनका शव उनके गांव लगाया गया. जहां परिवार वाले ने सगीर के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया.

सगीर अहमद का परिवार सहारनपुर शहर के कुतुबशेर थाना क्षेत्र स्थित मोहल्ला सराय हिसामुद्दीन में रहता है. सगीर अहमद जम्मू कश्मीर में लकड़ी की छिलाई और कटाई का काम करते थे. वह एक साल पहले ही सहारनपुर से पुलवामा के एजाज अहमद वानी की फर्म में काम करने गए थे.

जानकारी देते पार्षद.

शनिवार शाम को एजाज अहमद वानी की फर्म के एक कर्मचारी ने परिवार को कॉल करके इस घटना के बारे में जानकारी दी थी. कर्मचारी ने बताया कि आतंकी हमले के दौरान गोलियां लगने से सगीर अहमद की मौत हो गई. सगीर अहमद के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा चार बेटी और एक बेटा हैं. जो राजस्थान में कॉरपेंटर का काम करता है.

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परिजन रात को ही सगीर के शव को लेने के लिए कश्मीर निकल गए थे. सोमवार सुबह लगभग 5:00 बजे के करीब सगीर अहमद के शव को एंबुलेंस के द्वारा सहारनपुर लाया गया. जहां सगीर के शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. सगीर की पत्नी नफीसा कि 6 महीने पहले ही कोरोना से मौत भी हो चुकी है. परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है.

सगीर अहमद सुपुर्द-ए-खाक.
सगीर अहमद सुपुर्द-ए-खाक.

जैसे ही परिवार को उनकी मौत होने के बारे में पता चला तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. आसपास के लोगों ने घटना पर दुख जताया है. सगीर की हत्या के बाद परिवार वालों ने सरकार से मुआवजे और नौकरी की मांग की. परिवार का कहना है कि सगीर 1 साल से जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे थे, वो बीच-बीच में घर आते रहते थे.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि दूसरे राज्यों के निरीह नागरिकों की आतंकवादी हत्या कर रहे हैं. इससे अधिक कायराना कुछ भी नहीं हो सकता है. किसी गोलगप्पे वाले की, रेहड़ी वाले की हत्या कर दी जाती है. भाजपा इसकी निंदा करती है. हमारी सरकार हमारे सहारनपुर के साथी की मौत पर बहुत जल्द उचित मुआवजा देगी.

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय

उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादी अब कायराना हरकतों पर उतर आए हैं. वे मजदूरों की हत्या कर रहे हैं. उनकी इन कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब सरकार देगी. यह गरीब लोग किसी का कुछ नहीं बिगाड़ रहे थे, मगर उनकी हत्या की गई. उत्तर प्रदेश के जिस साथी की आतंकवादियों ने हत्या की है. उसके परिवार को राज्य सरकार हरसंभव मदद करेगी, मुआवजा भी दिया जाएगा ?

Last Updated : Oct 18, 2021, 4:03 PM IST
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