ETV Bharat / state

BHU विवाद पर बोले देवबंद उलेमा, कहा- 'शिक्षा को हिंदू-मुस्लिम में ना बांटा जाए'

author img

By

Published : Nov 22, 2019, 11:41 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

बीएचयू में संस्कृत के प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्रों के एक गुट के विरोध प्रदर्शन पर पूरे देश से अलग-अलग प्रतिक्रयाएं आ रही हैं. इसी बीच देवबंद उलेमा ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अपिल की है कि कम से कम शिक्षा को हिन्दू-मुस्लिम के अंदर न बांटा जाए.

मुफ्ती असद कासमी.

सहारनपुर : बीएचयू में संस्कृत के प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर देवबंदी उलेमा ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि शिक्षा को भी हिन्दू मुस्लिम के नाम से बांटा जा रहा है. देवबंदी आलीम ने उन लोगों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा पर राजनीति न हो और भाईचारे का संदेश दें.

जानकारी देते मुफ्ती असद कासमी.

शिक्षा को हिंदू-मुस्लिम के बीच न बांटें

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृत प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्रों के एक गुट के विरोध पर पूरे देश में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. देवबंदी उलेमा ने भी इस मामले में अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह देश के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है. शिक्षा जैसी पवित्र चीज को भी हिंदू-मुस्लिम के बीच बांटा जा रहा है. इस तरह की चीजें देश के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं. जो लोग ऐसे मुद्दों को जन्म देते हैं और ऐसे मुद्दों को लेकर हिंदू-मुस्लिम खाई को गहरा करने का काम करते हैं. उनके खिलाफ केंद्र व राज्य सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए,

शिक्षा पर राजनीति न करें

देवबंदी उलेमा ने कहा कि जिस तरीके से बीएचयू के अंदर शिक्षा को लेकर जो राजनीति की जा रही है, शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर बांटा जा रहा है, तो हम ऐसे लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं और यह अपील करते हैं कि कम से कम शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर न बांटें. शिक्षा बड़ी पवित्र चीज है और शिक्षा देने वाला चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान, वह एक पुण्य का काम करता है. हम ऐसे लोगों को यह मशवरा देना चाहते हैं कि शिक्षा को राजनीति के अंदर और हिंदू-मुस्लिम के अंदर ना बांटा जाए,

सहारनपुर : बीएचयू में संस्कृत के प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर देवबंदी उलेमा ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि शिक्षा को भी हिन्दू मुस्लिम के नाम से बांटा जा रहा है. देवबंदी आलीम ने उन लोगों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा पर राजनीति न हो और भाईचारे का संदेश दें.

जानकारी देते मुफ्ती असद कासमी.

शिक्षा को हिंदू-मुस्लिम के बीच न बांटें

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृत प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्रों के एक गुट के विरोध पर पूरे देश में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. देवबंदी उलेमा ने भी इस मामले में अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह देश के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है. शिक्षा जैसी पवित्र चीज को भी हिंदू-मुस्लिम के बीच बांटा जा रहा है. इस तरह की चीजें देश के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं. जो लोग ऐसे मुद्दों को जन्म देते हैं और ऐसे मुद्दों को लेकर हिंदू-मुस्लिम खाई को गहरा करने का काम करते हैं. उनके खिलाफ केंद्र व राज्य सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए,

शिक्षा पर राजनीति न करें

देवबंदी उलेमा ने कहा कि जिस तरीके से बीएचयू के अंदर शिक्षा को लेकर जो राजनीति की जा रही है, शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर बांटा जा रहा है, तो हम ऐसे लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं और यह अपील करते हैं कि कम से कम शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर न बांटें. शिक्षा बड़ी पवित्र चीज है और शिक्षा देने वाला चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान, वह एक पुण्य का काम करता है. हम ऐसे लोगों को यह मशवरा देना चाहते हैं कि शिक्षा को राजनीति के अंदर और हिंदू-मुस्लिम के अंदर ना बांटा जाए,

Intro:खबर wrap द्वारा भेजी गई

सहारनपुर : बीएचयू मे संस्कृत के प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर बोले देवबंदी उलेमा,कहा बडे अफसोस की बात शिक्षा को भी हिन्दू मुस्लिम के नाम से जा रहा है बाटा,देवबंदी आलीम ने उन लोगो से अपील करते हुए कहा की शिक्षा पर राजनीति न करे और भाईचारे का संदेश दे,Body:VO1 : काशी विश्वविद्यालय में संस्कृत प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर छात्रों के एक गुट के विरोध पर पूरे देश में अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं,वही देवबंदी उलेमा ने भी इस मामले में अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह देश के लिए बड़ी दुर्भाग्य की बात है कि शिक्षा जैसी पवित्र चीज को भी हिंदू,मुस्लिम के बीच बाटा जा रहा है और इस तरह की चीजें इस देश के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है जो लोग ऐसे मुद्दों को जन्म देते हैं और ऐसे मुद्दों को लेकर हिंदू-मुस्लिम खाई को गहरा करने का काम करते हैं उनके खिलाफ केंद्र व राज्य सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए,
Conclusion:देवबन्दी आलीम मुफ्ती असद कासमी ने कहा की जिस तरीके से बीएचयू के अंदर शिक्षा को लेकर जो राजनीति की जा रही है और शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर बाटा जा रहा है तो हम ऐसे लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं और ऐसे लोगों से यह अपील करते हैं कि कम से कम शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के अंदर न बाटा जाए,हिंदू मुस्लिम की राजनीति न की जाए शिक्षा के ऊपर और शिक्षा को हिंदू मुस्लिम के आईने से न देखा जाए, शिक्षा एक बड़ी पवित्र चीज है और शिक्षा देने वाला चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान हो वह एक पुण्य का काम करता है,तो हम ऐसे लोगों को यह मशवरा देना चाहते हैं कि शिक्षा को राजनीति के अंदर और हिंदू-मुस्लिम के अंदर ना बांटा जाए,

बाइट : मुफ्ती असद कासमी
(उपाध्यक्ष इत्तेहाद उलेमा-ए-हिन्द)

RAMKUMAR PUNDIR
SAHARANPUR
9410821417
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.