ETV Bharat / state

स्वास्थ्य लिए हानिकारक है इन प्रजातियों के आम, जानें

सहारनपुर जिले के उद्यान प्रशिक्षण क्रेंद्र एवं कंपनी बाग में आम महोत्सव का आयोजन किया गया है. जिसमें आमों की तमाम प्रजातियों के साथ करेला प्रजाति का आम भी है. जानकारों की माने तो करेला प्रजाति का आम स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.

करेला प्रजाति का आम
author img

By

Published : Jul 16, 2019, 2:50 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: सहारनपुर के उद्यान प्रशिक्षण केंद्र एवं कंपनी बाग में दो दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया है. आम महोत्सव में देश के कई राज्यों से बागबानों ने 150 से ज्यादा किस्म के आमों की प्रदर्शनी लगाई हुई है. प्रदर्शनी में जहां रंगीन, और अंगूरी समेत सैकड़ों किस्म के आम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. वहीं करेला प्रजाति का आम भी देखने को मिला है. ईटीवी ने करेला किस्म के इस आम की गहराई से पड़ताल की तो चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं. ईटीवी की पड़ताल में पता चला है कि करेला किस्म का आम खाने लायक नहीं है.

करेला प्रजाति का आम

करेला आम की खासियत-

  • कंपनी बाग में लगी आम की प्रदर्शनी में 150 से ज्यादा वैराइटी के आम हैं.
  • कुछ आम ऐसे भी हैं जो डिसीज आम हैं. जिनमे से एक करेला किस्म का आम है.
  • स्वास्थ्य विभाग की टीम आम महोत्सव में आने वाले लोगों को कौन से आम खाने चाहिए कौन से नहीं इसकी जानकारी दे रही है.
  • करेला किस्म का आम हू-ब-हू करेले जैसा होता है. यही वजह है इस आम का नाम करेला आम दिया गया है.
  • ऐसे आम में कीटाणु भी भरे होते है जिससे शरीर के साथ आंतों में भी इंफेक्शन हो जाता है.
  • यह आम केवल प्रदर्शनी में दिखाने के लिए रखा गया है.

करेला किस्म का आम देखने मे भी करेले जैसा ही होता है. उन्होंने बताया कि फलों का राजा आम सीजनल फल होता है. जब भी हम लोग सीजनल फल खाते है तो वह कभी नुकसान नहीं करता. अच्छी किस्म का आम बरसात के मौसम में ज्यादा पकने, सड़ने पर ज्यादा नुकसान करता है. ऐसे में हमे उस आम को नहीं खाना चाहिए. करेला आम को प्रदर्शित किया गया है, लेकिन ये खाने लायक नहीं है.

-डॉ ए.के. वार्ष्णेय ,प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल

सहारनपुर: सहारनपुर के उद्यान प्रशिक्षण केंद्र एवं कंपनी बाग में दो दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया है. आम महोत्सव में देश के कई राज्यों से बागबानों ने 150 से ज्यादा किस्म के आमों की प्रदर्शनी लगाई हुई है. प्रदर्शनी में जहां रंगीन, और अंगूरी समेत सैकड़ों किस्म के आम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. वहीं करेला प्रजाति का आम भी देखने को मिला है. ईटीवी ने करेला किस्म के इस आम की गहराई से पड़ताल की तो चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं. ईटीवी की पड़ताल में पता चला है कि करेला किस्म का आम खाने लायक नहीं है.

करेला प्रजाति का आम

करेला आम की खासियत-

  • कंपनी बाग में लगी आम की प्रदर्शनी में 150 से ज्यादा वैराइटी के आम हैं.
  • कुछ आम ऐसे भी हैं जो डिसीज आम हैं. जिनमे से एक करेला किस्म का आम है.
  • स्वास्थ्य विभाग की टीम आम महोत्सव में आने वाले लोगों को कौन से आम खाने चाहिए कौन से नहीं इसकी जानकारी दे रही है.
  • करेला किस्म का आम हू-ब-हू करेले जैसा होता है. यही वजह है इस आम का नाम करेला आम दिया गया है.
  • ऐसे आम में कीटाणु भी भरे होते है जिससे शरीर के साथ आंतों में भी इंफेक्शन हो जाता है.
  • यह आम केवल प्रदर्शनी में दिखाने के लिए रखा गया है.

करेला किस्म का आम देखने मे भी करेले जैसा ही होता है. उन्होंने बताया कि फलों का राजा आम सीजनल फल होता है. जब भी हम लोग सीजनल फल खाते है तो वह कभी नुकसान नहीं करता. अच्छी किस्म का आम बरसात के मौसम में ज्यादा पकने, सड़ने पर ज्यादा नुकसान करता है. ऐसे में हमे उस आम को नहीं खाना चाहिए. करेला आम को प्रदर्शित किया गया है, लेकिन ये खाने लायक नहीं है.

-डॉ ए.के. वार्ष्णेय ,प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल

Intro:नोट : तकनीकी खामी की वजह से दोबारा भेजी है।

सहारनपुर : आम खाने के शौकीनो के लिए बुरी खबर है। सहारनपुर के कंपनी बाग में चल रहे आम महोत्सव में ईटीवी पर बड़ा खुलासा हुआ है। प्रदर्शनी में लाये गए 150 से ज्यादा किस्म के आम जहां जनमानस के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है वहीं करेला समेत कई प्रजाति के आम खाने से न सिर्फ आदमी बीमार हो सकता है बल्कि उसकी मौत भी हो सकती है। ग्रन्थियों की तरह का यह करेला आम देखने में अच्छा लग रहा है लेकिन खाने में जहर से कम नही है। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ ए.के.वार्ष्णेय ने ईटीवी पर जहां अच्छी किस्म के आम खाने के लाभ बताए वहीं करेला आम खाने से होने वाले नुकसान गिनाए है। उन्होंने बताया कि इस तरह के आम सेहत तो खराब करते ही हैं जानलेवा बीमारी को भी जन्म दे देते हैं।






Body:VO 1 - आपको बता दें कि सहारनपुर के उद्यान प्रशिक्षण केंद्र एवं कंपनी बाग में दो दिवसीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया है। आम महोत्सव में देश के कई राज्यो से बागबान 150 से ज्यादा किस्म के आम लेकर शामिल हुए है। बागवानों ने यहां आम की प्रदर्शनी लगाई हुई है। प्रदर्शनी में जहां रंगीन, और अंगूरी समेत सेकड़ो किस्म के आम लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है वहीं करेला प्रजाति का आम भी देखने को मिला है। ईटीवी ने करेला किस्म के इस आम की गहराई से पड़ताल की तो चोकाने वाले परिणाम सामने आए है। ईटीवी की EXCLUSIVE पड़ताल में पता चला है कि करेला किस्म का आम खाने लायक नही है। इस पर ईटीवी ने जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ ए.के. वार्ष्णेय से बात की तो उन्होंने बताया कि करेला किस्म का देखने मे भी करेले जैसा ही होता है। उन्होंने बताया कि फलों का राजा आम सीजनल फल होता है। जब भी हम लोग सीजनल फल खाते है तो वह कभी नुकसान नही करता। अच्छी किस्म का आम बरसात के मौसम में ज्यादा पकने, सड़ने पर ज्यादा नुकसान करता है। ऐसे में हमे उस आम को नही खाना चाहिए। कंपनी बाग में लगी आम की प्रदर्शनी में 150 से ज्यादा वैराइटी के आम लगाए गए है। जिनमे से ज्यादातर अच्छी और खाने लायक वैराइटी हैं। लेकिन कुछ आम ऐसे भी जो डिसीज आम हैं। जिनमे से एक करेला किस्म का आम है करेला आम में वायरस है उस आम का प्रदर्शन जरूर किया गया है। लेकिन यह आम खाने के लिए जहर है। डिसीज़ करेला आम के खाने से जिसको खाने से आदमी को गंभीर बीमारियां हो जाती है। जबकि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम आम महोत्सव में आने वाले लोगो को कौन से आम खाने चाहिए कौन से नही इसकी जानकारी दे रही है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि करेला किस्म का आम हूबहू करेले जैसा होता है। जैसे करेले में डिसीज़ निकले होते है ऐसा ही देखने मे होता है यही वजह है इस आम का नाम करेला आम दिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस आम में वायरस है। इसे खाने से आदमी के शरीर मे वायरस चला जाता है। जिससे आदमी को कई गंभीर बीमारियां हो जाती है। इससे पेट मे बदहजमी हो जाती है। ऐसे आम में कीटाणु भी भरे होते है जिससे शरीर के साथ आंतो में भी इंफेक्शन हो जाता है। यह आम केवल प्रदर्शनी में दिखाने के लिए रखा गया है।

बाईट - डॉ ए.के. वार्ष्णेय ( प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल )



Conclusion:FVO - डॉक्टरों और विशेषज्ञों के मुताबिक करेला आम वायरस से भरा होता है जिससे खाने वाले बीमार तो हो ही जाते है कई बार यह आम जानलेवा भी साबित होता है। इसलिए ईटीवी भी आम खाने के शौकीनों से अपील करता है कि सही और अच्छी किस्म का आम ही खाये ताकि आपके सेहत भी बने और शरीर भी स्वस्थ रहे है।


रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.