सहारनपुर: उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद की ओर से न सिर्फ श्रमिक परिवारों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. बल्कि श्रमिक परिवारों के खिलाड़ी बच्चों को भी प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की पहल की है. इतना ही नहीं मेधावी छात्रों को 3000 से पांच हजार रुपये तक वार्षिक अनुदान देने की बात कही है.
श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत-
- राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना में मृतक की विधवा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे.
- विवाह कन्या योजना में 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है.
- जनपद स्तर पर खेलने वाले बच्चे को 7500 रुपये.
- राज्य स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी को 15000 रुपये.
- राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने वाले खिलाड़ी को 20000 रुपये.
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले बच्चों को 25000 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
- जिन श्रमिको को 20 हजार से कम वेतन मिलता है वे श्रमिक योजनाओं का लाभ ले सकते हैं.
श्रम कल्याण परिषद की ओर से श्रमिकों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन नौकरशाहों की मनमानी के चलते ज्यादातर योजनाएं फेल होती जा रही हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ श्रामिक परिवारों को मिल पाता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी.
उत्तर प्रदेश में कुल 17500 उद्योग और 5 लाख 50 हजार प्रतिष्ठान है. उनमें काम करने वाले पात्र श्रमिक परिवारों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं सरकार की प्राथमिकता है. ताकि हर पात्र के घर तक योजना का लाभ पहुंचे. योजनाबद्ध तरीके से हर पात्र तक उसका लाभ पहुंचाने के लिए परिषद संकल्पबद्ध है.
पं. सुनील भराला , श्रम कल्याण परिषद अध्यक्ष