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सहारनपुर : श्रमिक परिवारों के साथ-साथ इनके बच्चों को भी मिलेगा योजनाओं का लाभ

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां विभिन्न योजनाएं चलाकर सूबे की जनता को लाभांवित करने की बात कर रही है. वहीं श्रम कल्याण परिषद भी श्रमिक परिवारों के लिए तमाम योजनाएं लेकर आया है.

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Published : Jul 12, 2019, 9:51 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद की ओर से न सिर्फ श्रमिक परिवारों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. बल्कि श्रमिक परिवारों के खिलाड़ी बच्चों को भी प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की पहल की है. इतना ही नहीं मेधावी छात्रों को 3000 से पांच हजार रुपये तक वार्षिक अनुदान देने की बात कही है.

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत-

  • राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना में मृतक की विधवा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे.
  • विवाह कन्या योजना में 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है.
  • जनपद स्तर पर खेलने वाले बच्चे को 7500 रुपये.
  • राज्य स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी को 15000 रुपये.
  • राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने वाले खिलाड़ी को 20000 रुपये.
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले बच्चों को 25000 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
  • जिन श्रमिको को 20 हजार से कम वेतन मिलता है वे श्रमिक योजनाओं का लाभ ले सकते हैं.

श्रम कल्याण परिषद की ओर से श्रमिकों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन नौकरशाहों की मनमानी के चलते ज्यादातर योजनाएं फेल होती जा रही हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ श्रामिक परिवारों को मिल पाता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी.

उत्तर प्रदेश में कुल 17500 उद्योग और 5 लाख 50 हजार प्रतिष्ठान है. उनमें काम करने वाले पात्र श्रमिक परिवारों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं सरकार की प्राथमिकता है. ताकि हर पात्र के घर तक योजना का लाभ पहुंचे. योजनाबद्ध तरीके से हर पात्र तक उसका लाभ पहुंचाने के लिए परिषद संकल्पबद्ध है.

पं. सुनील भराला , श्रम कल्याण परिषद अध्यक्ष

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद की ओर से न सिर्फ श्रमिक परिवारों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. बल्कि श्रमिक परिवारों के खिलाड़ी बच्चों को भी प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की पहल की है. इतना ही नहीं मेधावी छात्रों को 3000 से पांच हजार रुपये तक वार्षिक अनुदान देने की बात कही है.

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला से खास बातचीत-

  • राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना में मृतक की विधवा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे.
  • विवाह कन्या योजना में 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है.
  • जनपद स्तर पर खेलने वाले बच्चे को 7500 रुपये.
  • राज्य स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी को 15000 रुपये.
  • राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने वाले खिलाड़ी को 20000 रुपये.
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले बच्चों को 25000 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
  • जिन श्रमिको को 20 हजार से कम वेतन मिलता है वे श्रमिक योजनाओं का लाभ ले सकते हैं.

श्रम कल्याण परिषद की ओर से श्रमिकों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन नौकरशाहों की मनमानी के चलते ज्यादातर योजनाएं फेल होती जा रही हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ श्रामिक परिवारों को मिल पाता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी.

उत्तर प्रदेश में कुल 17500 उद्योग और 5 लाख 50 हजार प्रतिष्ठान है. उनमें काम करने वाले पात्र श्रमिक परिवारों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं सरकार की प्राथमिकता है. ताकि हर पात्र के घर तक योजना का लाभ पहुंचे. योजनाबद्ध तरीके से हर पात्र तक उसका लाभ पहुंचाने के लिए परिषद संकल्पबद्ध है.

पं. सुनील भराला , श्रम कल्याण परिषद अध्यक्ष

Intro:सहारनपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां विभिन्न योजनाएं चलाकर सूबे की जनता को लाभांवित करने की बात जार रही है वहीं श्रम कल्याण परिषद भी श्रमिक परिवारों के लिए तमाम योजनाएं लेकर आया है। श्रम कल्याण परिषद की ओर से न सिर्फ श्रमिक परिवारों को योजनाओ का लाभ दिया जा रहा है बल्कि श्रमिक परिवारों के खिलाड़ी बच्चो को भी प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की पहल की है। इतना ही मेधावी छात्रों को 3000 से पांच हजार रुपये तक वार्षिक अनुदान देने की बात कही है। ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं. सुनील भराला ने बताया कि राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना में मृतक की विधवा को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। श्रामिक परिवारो के खिलाड़ियों को जिला स्तर लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर तक खेलने पर श्रम विभाग की ओर से 25 हजार तक प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।


Body:VO 1 - ईटीवी से विशेष बातचीत में श्रम कल्याण परिषद अध्यक्ष पं. सुनील भराला ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कुल 17500 उधोग और 5 लाख 50 हजार प्रतिष्ठान है। उनके काम करने वाले पात्र श्रमिक परिवारो के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं सरकार की प्राथमिकता है। ताकि हर पात्र के घर तक योजना का लाभ पहुंचे। श्रमिक परिवारों को योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी तरह की परेसानी ना उठानी पड़े इसके लिए योगी सरकार ने संशोधन किए है। योजनाबध्द तरीके से हर पात्र तक उसका लाभ पहुंचाने के लिए परिषद संकल्पबद्द है।

ईटीवी ने सवाल किया कि सरकार तो योजनाएं लागू कर देती हैं लेकिन अधिकारी उन योजनाओं को अमलीजामा पहुंचाने में लापरवाही बरतते है तो परिषद क्या कर रहा है?
इस सवाल पर उनका कहना है कि श्रम कल्याण परिषद में इस तरह की खामियां आती रही है। हम उन खामियों को स्वीकार भी कार्टर है। लेकिन मैं निश्चित रूप से भरे विश्वास के साथ कहता हूं कि सब खामियां जल्द ही दूर की जाएगी। ताकि श्रमिकों को पात्रता का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए परिषद अधिकारियों को भी जागरूक कर रहा है और श्रमिको और उधोगपति यो से भी बात की जा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में 65वीं कोर की बैठक आयोजित हुई थी। बैठक में श्रमिक कल्याण परिषद में जितनी भी योजनाएं थी जिनमे सहायता राशि न्यूनतम थी उस राशि को बढ़ाया गया है। विवाह कन्या योजना में 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया है। अंत्येष्टि योजना के तहत मृतक के संस्कार के लिए मिलने वाली 5000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया है। साथ खेल योजना के अन्तर्गत साढ़े 7500 से लेकर 25000 रुपये तक प्रोत्साह। धन राशि देने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा सभी श्रामिक परिवारों का उत्साह वर्धन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर खेलने वाले बच्चे को 7500 रुपये, राज्य स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी को 15000 रुपये, राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने वाले खिलाड़ी को 20000 रुपये और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले बच्चों को 25000 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। विभागीय अधिकारियो की लापरवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीछे क्या रहा , किसकी लापरवाही थी और किसकी नही थी। लेकिन अब श्रम कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी मेरी है। उसका किर्यान्वन कराना मेरा काम है। पूरे प्रदेश में कहीं भी इस विभाग में उदासीनता बर्दास्त नही की जाएगी। योजनाओ को सहजता और सरलता से पात्र श्रमिको तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिन श्रमिको को 20 हजार से कम वेतन मिलता है वे श्रमिक इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। ईटीवी से हुई मुलाकात में हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना, मृतक अंत्येष्टि योजना, महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय योजना, ज्योतिबा फूले कन्यादान योजना , विवेकानन्द धार्मिक पर्यटन योजना समेत विभाग की सभी योजनाओ के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।





Conclusion:FVO - श्रम कल्याण परिषद की ओर से श्रमिको के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन नोकरशाहो की मनमानी के चलते ज्यादातर योजनाएं फैल होती जा रही है। योगी सरकार के अध्यक्ष श्रम कल्याण परिषद के आने पर इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की कोशिश की जा रही है। सरकार की योजनाओ का लाभ श्रामिक परिवारों को मिल पाता है या नही यह देखने वाली बात होगी।

रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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