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अवैध शस्त्र फैक्ट्री का खुलासा, चार अभियुक्त गिरफ्तार

यूपी के शाहजहांपुर में पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. यहां से भारी मात्रा में निर्मित और अर्ध निर्मित असलहे और शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए गए. साथ ही चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

अवैध शस्त्र फैक्ट्री का खुलासा
अवैध शस्त्र फैक्ट्री का खुलासा
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Published : Jan 17, 2021, 3:06 PM IST

शाहजहांपुर: जिले की तिलहर पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में निर्मित और अर्ध निर्मित असलहे और शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए हैं. पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल, पुलिस इसे एक बड़ी कामयाबी मान रही है.

पुलिस अधीक्षक एस आनंद के निर्देशानुसार जिले में अवैध असलहा रखने और बनाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत तिलहर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. तिलहर पुलिस को शनिवार रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग मोबाइल टॉवर के नीचे बने कमरे में शस्त्र बना रहे हैं. इसके साथ ही वहां से अवैध असलहा बेचे भी जाते हैं.

अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़

सूचना पर तिलहर पुलिस ने ग्राम शिवदासपुर के बाहर लगे मोबाइल टॉवर के नीचे बने कमरे में छापेमारी कर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए मौके से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनमें नाम प्रदुमन, बाबूराम, शिवपाल और महेंद्र हैं. पुलिस टीम ने 6 तमंचे 315 बोर, एक तमंचा 12 बोर, एक पौनिया 315 बोर, एक बन्दूक 12 बोर, एक रिवाल्वर 32 बोर, 5 तमंचे अधबने, 8 नाल बारूद छर्रे, 12 कारतूस 315 बोर जिन्दा, 20 खोखा कारतूस 315 बोर, एक खोखा कारतूस 12 बोर और 12 बुलेट के साथ शस्त्र बनाने के उपकरणों जैसे ड्रिल, संडासी, छेनी, सुम्भे, पंखा, आरी, रेती, कोयला आदि बरामद किए. चारों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है.

प्रधानी चुनाव के चलते बढ़ी अवैध असलहों की मांग

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि पिछले 3 साल से अवैध तमंचे बनाकर बेचने का काम कर रहे हैं. अब तक 60 से 70 तमंचे बनाकर बेच दिए गए हैं. एक तमंचा बनाने में लगभग 1500 से 1600 रुपये का खर्चा आता है और 2500 से 3000 रुपये का बिक जाता है. पंचायत चुनाव नजदीक होने के कारण तमंचों की मांग बढ़ी है.

शाहजहांपुर: जिले की तिलहर पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में निर्मित और अर्ध निर्मित असलहे और शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए हैं. पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल, पुलिस इसे एक बड़ी कामयाबी मान रही है.

पुलिस अधीक्षक एस आनंद के निर्देशानुसार जिले में अवैध असलहा रखने और बनाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत तिलहर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. तिलहर पुलिस को शनिवार रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग मोबाइल टॉवर के नीचे बने कमरे में शस्त्र बना रहे हैं. इसके साथ ही वहां से अवैध असलहा बेचे भी जाते हैं.

अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़

सूचना पर तिलहर पुलिस ने ग्राम शिवदासपुर के बाहर लगे मोबाइल टॉवर के नीचे बने कमरे में छापेमारी कर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए मौके से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनमें नाम प्रदुमन, बाबूराम, शिवपाल और महेंद्र हैं. पुलिस टीम ने 6 तमंचे 315 बोर, एक तमंचा 12 बोर, एक पौनिया 315 बोर, एक बन्दूक 12 बोर, एक रिवाल्वर 32 बोर, 5 तमंचे अधबने, 8 नाल बारूद छर्रे, 12 कारतूस 315 बोर जिन्दा, 20 खोखा कारतूस 315 बोर, एक खोखा कारतूस 12 बोर और 12 बुलेट के साथ शस्त्र बनाने के उपकरणों जैसे ड्रिल, संडासी, छेनी, सुम्भे, पंखा, आरी, रेती, कोयला आदि बरामद किए. चारों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है.

प्रधानी चुनाव के चलते बढ़ी अवैध असलहों की मांग

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि पिछले 3 साल से अवैध तमंचे बनाकर बेचने का काम कर रहे हैं. अब तक 60 से 70 तमंचे बनाकर बेच दिए गए हैं. एक तमंचा बनाने में लगभग 1500 से 1600 रुपये का खर्चा आता है और 2500 से 3000 रुपये का बिक जाता है. पंचायत चुनाव नजदीक होने के कारण तमंचों की मांग बढ़ी है.

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