सहारनपुर : वेलेंटाइन-डे के मौके पर हिन्दू महासभा की ओर से मुस्लिम और क्रिश्चियन लडकियों से शादी करने वाले हिन्दू लड़कों को 51 हजार नगद ईनाम देने की घोषणा की गई है. वहीं इस बयान पर देवबंदी उलेमाओं ने नाराजगी जताई. साथ ही इसे हिन्दू-मुस्लिम एकता में दरार डालने की कोशिश बताया है.
देवबंदी उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने कहा कि हिंदू महासभा की ओर से बयान जारी किया गया है कि हमारे हिंदू भाई मुसलमान और क्रिश्चियन लड़कियों से वैलेंटाइन डे के मौके पर शादी करेंगे तो उन्हें हिंदू महासभा 51 हजार रुपये का इनाम देगी. इस बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए असद कासमी ने कहा कि सबसे पहले तो मैं यह बात बता देना चाहता हूं कि मीडिया के माध्यम से कि हाल फिलहाल के अंदर अमेरिका की खुफिया एजेंसी ने हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट अखबार के अंदर शेयर की थी.
इसमें अमेरिका की खुफिया एजेंसी का कहना था कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कुछ संगठन ऐसे हैं जो देश का माहौल खराब करना चाहते हैं. देश के अंदर दंगा भड़काना चाहते हैं और हिंदुस्तान का अमन चैन बर्बाद कर देना चाहते हैं. ऐसे में हिन्दू महासभा की यह घोषणा अपने आप मे सबसे बड़ी मिसाल है. उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा का जो बयान जारी हुआ है वो मुल्क में अमन चैन खराब करना चाहते हैं. यह बयान मुल्क का भाईचारा खत्म कर देने वाला बयान है. हिंदू मुसलमानों को आपस में बांटने का बयान है.
हम सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे जो भी संगठन हैं, जिससे देश का माहौल खराब होता हो, मुल्क का भाईचारा खत्म होता है, ऐसे संगठनों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. ऐसे संगठनों को बैन कर दिया जाए, बंद कर दिया जाए. जो भी देश के हक के लिए सही नहीं है और देश को बर्बाद करना चाहते हैं ऐसे लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाला जाए और उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए.