सहारनपुर: लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद अब दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने प्रशासन से सभी मजहबों की इबादतगाहों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खोलने की अनुमति देने की मांग की है.
मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी का कहना है कि जब लॉकडाउन में विभिन्न शर्तों के साथ बाजार खोले जा सकते हैं, विवाह समारोह हो सकते हैं तो सभी मजहबों की इबादतगाहों को भी खोला जा सकता है. उन्होंने कहा कि मस्जिदों में नमाज अदा करने में मात्र चंद मिनट लगते हैं. इसलिए सोशल डिसटेंसिंग के साथ मस्जिदों और दूसरी इबादतगाहों को भी अब खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि पिछले दो माह से अधिक समय से सभी मजहबों के लोग अपनी-अपनी इबादतगाहों में जाने से वंचित हैं. इसी दौरान शब-ए-बारात, माह-ए-रमजान और ईद की नमाज को लेकर लोगों ने प्रशासन के आदेशों का पालन किया. इसलिए अब प्रशासन बाजार खोलने की अनुमति दे रहा है तो सभी मजहबों के लोगों को सोशल डिसटेंसिंग के साथ उनकी इबादतगाहों में जाने की अनुमति भी दे.