सहारनपुर : भगोड़े खनन माफिया एवं पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल उर्फ बाला की मुसीबतें बढ़ गईं हैं. जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने थाना बेहट से मिली आख्या पर माफिया की 506 करोड़ की लगभग 438 बीघा संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए थे. इसमें बाला, उसके पुत्रों और उसके साथियों की संपत्ति भी शामिल है. रविवार को उप जिलाधिकारी दीपक कुमार के नेतृत्व में बेहट पुलिस ने मिर्जापुर कोतवाली क्षेत्र में स्थित ग्लोकल हॉस्पिटल के पास छह गांवों में उसकी 438 बीघा संपत्ति चिन्हित की. जल्द ही इन्हें कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र द्वारा भगोड़े खनन माफिया इकबाल उर्फ बाला की लगभग 506 करोड़ की संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए जाने के बाद रविवार को उप जिलाधिकारी दीपक कुमार व पुलिस क्षेत्राधिकारी रुचि गुप्ता के नेतृत्व में तहसीलदार प्रकाश सिंह, बेहट कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार पांडे, मिर्जापुर कोतवाली प्रभारी नरेश कुमार फोर्स के साथ सबसे पहले मिर्जापुर कोतवाली क्षेत्र में स्थित ग्लोकल हास्पिटल के निकट पहुंचे. यहां ढोल नगाड़े बजाकर बाला की भूमि को चिन्हित किया गया. इसके बाद इन्हें कुर्क किया जाएगा.
उप जिलाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि भगोड़े खनन माफिया बाला पुत्र अब्दुल वाहिद निवासी मिर्जापुर पोल गिरोह चलाता है. वह गैंग लीडर है. इनके अलावा अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, अलीशान पुत्र गण हाजी मोहम्मद इकबाल ऊर्फ बाला निवासी ग्राम मिर्जापुर पोल थाना मिर्जापुर के अलावा राव लईक पुत्र सईद अहमद निवासी रायपुर, नसीम पुत्र गफ्फार उर्फ गफूर निवासी मिर्जापुर पोल थाना मिर्जापुर गैंग के सदस्य हैं. थाना मिर्जापुर में खनन माफिया, उसके पुत्रों व सहयोगियों, रिश्तेदारों, नौकरों आदि के विरुद्ध लोगों को डरा धमका कर सरकारी, गैर सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर संपत्तियों के क्रय विक्रय एवं अवैध रूप से धन अर्जित किए जाने का आरोप है.
उप जिलाधिकारी ने बताया कि गैंग लीडर इकबालपर थाना मिर्जापुर में लगभग 36 मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा 12 वाद न्यायालय में विचाराधीन हैं. उसके चारों पुत्रों और साथी राव लईक, नसीम पर भी दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. गैंग लीडर एवं सदस्य अपराधिक कार्यों में लिप्त हैं. बेशकीमती खैर की इमारती लकड़ी की चोरी एवं तस्करी करते हैं. इससे जरिए आरोपियों ने बेनामी संपत्ति अर्जित की. खनन माफिया हाजी मोहम्मद इकबाल के नोएडा, दिल्ली, लखनऊ में भी संपत्तियां चिन्हित की गईं हैं. इकबाल ने कई फर्जी कंपनियां भी बनाई हुईं हैं. उन्होंने बताया कि छह गांवों व सहारनपुर में लगभग 58 जगह की संपत्ति को चिन्हित कर बोर्ड लगाए गए हैं. विपक्षी 90 दिन के अंदर अपना पक्ष रख सकते हैं.
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