सहारनपुर: कानपुर की घटना के बाद अब राजनीतिक गलियारों में भी माहौल गरमा गया है. मुठभेड़ में 10 पुलिसकर्मियों के शहीद होने पर जहां विपक्षी दलों ने योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है, वहीं यूपी पुलिस के ऑपरेशन क्लीन पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं. सहारनपुर में कांग्रेस विधायक नरेश सैनी का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का बचकर प्रदेश में छिपे रहना कहीं न कहीं उसके प्रति सरकार का प्यार नजर आ रहा है. 10 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने के बाद भी अभी तक वह पुलिस की पहुंच से दूर है. कुख्यात अपराधी का बड़ी घटना के बाद भी फरार होना बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है.
कानपुर मामले के बाद विपक्षियों ने सरकार से मांगे जवाब
एक ओर जहां सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के दावे कर रहे हैं, वहीं कानपुर में पुलिस टीम पर हुए हमले ने सीएम योगी के दावों की पोल खोल दी है. हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर न सिर्फ पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, बल्कि डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना के बाद अब विपक्षी दलों ने योगी सरकार से जवाब मांगने शुरू कर दिए हैं.
घटना के पीछे सरकार और विकास दुबे के बीच घालमेल
कांग्रेस विधायक नरेश सैनी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि कानपुर की घटना यह साबित करती है कि उत्तर प्रदेश सरकार बदमाशों और हिस्ट्रीशीटरों पर क्या कार्रवाई कर रही है. यहां पुलिस के ऊपर हिस्ट्रीशीटर हावी हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानपुर में पुलिस पर हुए हमले के आरोपियों पर एक सप्ताह में भी कार्रवाई नहीं हुई. कुख्यात विकास दुबे अपने साथियों समेत फरार है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते रहे कि प्रदेश में बदमाशों की कोई जगह नहीं है. कांग्रेस विधायक ने सीएम योगी से सवाल करते हुए पूछा कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के बारे में योगी जी का क्या कहना है. विकास दुबे बड़ी घटना को अंजाम देकर प्रदेश में ही छिपा हुआ है, अभी तक वह परलोक भी नहीं गया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे सरकार और विकास दुबे के बीच घालमेल और प्यार साबित हो रहा है.
कांग्रेस विधायक ने ऑपरेशन क्लीन पर उठाए सवाल
बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से बदमाशों के खिलाफ रही है. कांग्रेस चाहती है कि हिस्ट्रीशीटर और कुख्यात बदमाशों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बदमाशों से जनता की सुरक्षा हो. सरकार के ऑपरेशन क्लीन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह बदमाशों के खिलाफ कोई ऑपरेशन नहीं है, बल्कि बदमाशों के साथ उनका तालमेल है. यदि ऑपरेशन क्लीन होता तो बदमाशों की छाती में गोली मारकर मौत के घाट उतारा जाता. उन्होंने कहा कि बदमाश की मौत के बाद अपराधियों में पुलिस का डर बना रहता, लेकिन यहां तो पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन की बजाए ऑपरेशन लंगड़ा चलाया हुआ है. उन्होंने कहा पुलिस पकड़े गए बदमाशों के पैरों में गोली मारकर वाहवाही लूटने में लगी हुई है, यही वजह है कि विकास दुबे जैसे कुख्यात ने साथियों के मिलकर इस बड़ी घटना को अंजाम दिया है, जिसकी कीमत 10 पुलिसकर्मियों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है.