सहारनपुरः किसान बिल के खिलाफ देश भर में चल रहे किसानों के आंदोलन को करीब 23 विपक्षी पार्टियों ने समर्थन दिया है. कांग्रेस पार्टी लगातार किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार पर हमलावर है. ऐसे में पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने सरकार पर किसान हितों के लिए उठाई जाने वाली आवाज को दबाने का भी आरोप लगाया.
सहारनपुर पहुंचे इमरान मसून ने शायराना अंदाज में तंज कसते हुए कहा कि... 'ना तड़पने की इजाजत है ना फरियाद की, घुट के मर जाए ये मर्ज़ी है इस सरकार की.' दरअसल, कांग्रेस नेता इमरान मसूद निजी कार्यक्रम में शामिल होने बेहट पहुंचे थे. कांग्रेस नेता मास्टर जमील के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि किसान हितों के लिए सभी को आंदोलन करना चाहिए, क्योंकि अगर किसान परेशान होगा तो फिर ये व्यवस्था नहीं चल पाएगी, अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी.
उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है. सरकार कृषि क्षेत्र को उद्योगपतियों के हाथों में देना चाहती है. कांग्रेस वे हर तरीके से किसानों के आंदोलन के साथ है, जो नीति किसान बनायेगे हम उस पर चलेंगे.
बता दें कि नए कृषि बिल के खिलाफ किसान बीते 20 दिन से दिल्ली बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. अपने अधिकारों के हनन की आशंका में किसान केंद्र सरकार से बिल वापस लेने की मांग कर रहे हैं, वहीं सरकार कृषि बिल को किसानों के हित में बता रही है. इसको लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच छह दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है. वहीं दूसरी और विपक्षी पार्टियां किसानों को समर्थन करते हुए सरकार से बिल वापस लेने की मांग कर रही हैं.