सहारनपुरः पुलिस ने जिले के थाना मिर्जापुर इलाके के विभिन्न गावों से अवैध खनन कर अर्जित की गई करोड़ों की संपत्ति जब्त की. जब्त की गई खेती की जमीन पूर्व बीएसपी एमएलसी और खनन माफिया हाजी इकबाल के नौकर नसीम के नाम से है. हाजी इकबाल ने अवैध खनन से कमाये गये पैसे से किसानों की जमीन खरीद कर नौकर नसीम के नाम कराया था.
हैरानी की बात ये है कि नौकर नसीम यूपी की तीन चीनी मिलों का भी मालिक है. जबकि वो मजदूरी करके ही अपने परिवार का पालन पोषण करता है. खनन माफिया के खिलाफ अबतक सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. 21 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति को जब्त कर सरकारी संपत्ति में शामिल कर लिया गया है. जिसके बाद खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि खनन माफिया अंडरग्राउंड हो गया है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.
आपको बता दें कि हाजी इकलाब उर्फ बाबा ने बीएसपी शासन काल में यमुना नदी का सीना चीर कर न सिर्फ एनजीटी के आदेशों का माखौल उड़ाया था. बल्कि अवैध खनन कर अकूत संपति अर्जित की थी. शासन प्रशासन को मिली भगत से कुछ सालों में फर्स से अर्स तक पहुंच गया. देखते ही देखते हजारों करोड़ की चल, अचल संपत्ति जुटा ली.
खास बात ये है कि हाजी इकबाल ने आसपास के सैकड़ों गांव से हजारों बीघा जमीन डरा धमका कर ओने-पौने दामों में खरीद ली. अपने नौकरों, रिस्तेदारों, परिजनों के नाम करा दिये. जिसके चलते हाजी इकबाल समेत कई लोगों के खिलाफ गैंगस्टर समेत 24 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.
आज की तारीख में हाजी इकबाल के पास जहां विभिन्न नामों से कई हजार बीघा जमीन है. बल्कि 10 हजार करोड़ से ज्यादा रुपये 111 कंपनियों में लगाया हुआ है. जिसकी जांच सीबीआई और ईडी कर रही है. बावजूद इसके हाजी इकबाल का रसूख कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते गरीब किसानों की जमीन को जबरन औने-पौने दामों में खरीद कर चहेतों के नाम कराई जा रही है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक करीब 6 महीने पहले एसएसपी ने एसआईटी टीम गठित कर एसपी देहात के नेतृत्व में जांच कराई तो इकबाल बाला का खेला सामने आया है. जिसके बाद पुलिस ने नौकर नसीम को गैंगस्टर के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
इसे भी पढ़ें- मुजफ्फरनगर से जुड़े अफगानिस्तान की ड्रग्स के तार, ATS ने बरामद की 1300 करोड़ की हेरोइन
एसपी देहात सूरज राय ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि नसीम अहमद खनन माफिया इकबाल बाला गैंग का सक्रिय सदस्य था. जिसके खिलाफ गैंगस्टर समेत कई धाराओं में मुकदमे दर्ज किये गये थे. एसआईटी की जांच में पाया गया कि हाजी इकबाल की मदद से नसीम ने अपराध करके ये अकूत संपत्ति अर्जित की थी. 11 गांवों के किसानों की करीब 300 बीघा जमीन जबरन खरीदी गई थी. जिसकी कीमत सर्किल रेट के हिसाब से 22 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है. जिस संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई आज की गई है. उसके साथ ही मुनादी कर ग्रामीणों को बताया गया कि संपत्ति अब सरकारी संपत्ति में शामिल कर लिया गया है. जांच में पाया गया है कि नसीम अहमद की आय को कोई बड़ा साधन नहीं था. जिससे अकूत संपत्ति अर्जित की जा सके. लेकिन इसके नाम 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की जमीन और तीन शुगर मिल पाई गई है. जिसके चलते पुलिस ने आज ये कार्रवाई की है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप