सहारनपुर: सहारनपुर में डेयरी संचालक संघर्ष समिति ने गुरुवार को नगर निगम का घेराव किया. संघर्ष समिति की मानें तो स्मार्ट सिटी के नाम पर नगर निगम उनका उत्पीड़न कर रहा है. सभी डेयरी संचालकों को स्मार्ट सिटी के नाम पर नगर से बाहर किया जा रहा है, जो गलत और निंदनीय है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब तक उन्हें कोई सही ठिकाना या सही उपाय नगर निगम नहीं बताता तब तक वह नगर निगम में धरना जारी रखेंगे.
दरअसल स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम की ओर से पिछले दिनों डेयरी संचालकों को नोटिस जारी किए गए थे. इस नोटिस में उन्हें अपनी पशु डेयरियों को नगर निगम सीमा क्षेत्र से बाहर ले जाने की बात कही गई थी, क्योंकि इससे गंदगी फैलती है.
नगर निगम के इस फरमान के खिलाफ पशु डेयरी संचालकों ने मोर्चा खोल दिया था. एक पखवाड़े पूर्व डेयरी संचालकों ने नगर निगम पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए जोरदार हंगामा किया था. इसके बाद नगर निगम और पशु डेयरी संचालकों के बीच वार्ता हुई थी. इस वार्ता में उन्हें कुछ समय देने की बात कही गई थी.
जब दोबारा से जब नगर निगम की ओर से यह प्रक्रिया शुरू की गई तो एक बार फिर पशु डेयरी संचालक गुस्से में हैं. उन्होंने गुरुवार को नगर निगम पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान पशु संचालक अपने साथ पशुओं को भी नगर निगम साथ लेकर गए थे.
डेयरी संचालकों ने कहा कि एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार गाय के संरक्षण की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर सहारनपुर नगर निगम गायों को बाहर निकालने की बात कह रहा है. पशु डेयरी संचालकों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संजय वालिया ने कहा कि अगर डेयरी संचालकों की पशु डेयरियों को इस तरह से शहर से बाहर कर दिया गया तो उनके सामने संकट पैदा हो जाएगा और उनका रोजगार समाप्त हो जाएगा.
स्मार्ट सिटी के अनुसार पशु डेयरियों को शहर से बाहर किया जाना है. इसके लिए पहले भी पशु डेयरी संचालकों को 15 फरवरी तक की डेट दी गई थी. 15 फरवरी के बाद पशु डेयरियों को शहर से बाहर किया जाना है और अगर ऐसा पशु डेयरी संचालक नहीं करते हैं तो इन पर क्या कार्रवाई करनी है इस पर भी विचार किया जाएगा.
-ज्ञानेंद्र सिंह, नगर आयुक्त