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नाग की मौत से तड़प रही नागिन सात बार डस चुकी, हर बार बच जाता है ये शख्स - रामपुर की ताजी खबरें

नागिन के बदले की खबरें और कहानियां वैसे तो आपने बहुत सी सुनी होंगी लेकिन इस बार आप जो जानेंगे वह आपको अविश्वसनीय लगेगा. नाग की मौत से तड़प रही एक नागिन बदला लेने के लिए एक शख्स पर सात बार हमला कर चुकी है, हर बार ये शख्स बच जाता है. जिंदगी और नागिन के खतरनाक बदले की यह जंग अभी जारी है.

नाग की मौत से तड़प रही नागिन सात बार डस चुकी, हर बार बच जाता है ये शख्स
नाग की मौत से तड़प रही नागिन सात बार डस चुकी, हर बार बच जाता है ये शख्स
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Published : Apr 16, 2022, 4:27 PM IST

रामपुरः आपने यह कहावत तो जरूर सुनी होगी जाको राखे साइयां, मार सके न कोई. एक नाग को मारने वाले शख्स के साथ इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है. नाग की मौत से तड़प रही एक नागिन इस शख्स पर सात बार हमला कर चुकी है. हर बार यह शख्स किसी न किसी तरीके से बच जाता है. नागिन का यह खतरनाक बदला अभी भी जारी है.

रामपुर के स्वार तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मिर्जापुर के रहने वाले एहसान उर्फ बबलू ने बताया कि कुछ माह पहले वह गांव के कृषि फार्म के खेत में काम कर रहा था. अचानक काले रंग का नाग-नागिन का एक जोड़ा सामने आ गया. जान बचाने के लिए उसने फावड़े से एक नाग को मार डाला और वहीं मिट्टी में दबा दिया जबकि नागिन भाग गई.

एहसान उर्फ बबलू .
एहसान उर्फ बबलू .

बकौल बबलू, इसके बाद उस पर नागिन का हमला शुरू हो गया. वह किसी भी खेत पर काम करने जाता तो नागिन चुपचाप उसके पीछे पहुंच जाती और डस लेती. सात महीने में करीब सात बार हमला हो चुका है. हर बार आसपास के लोग उसे उपचार के लिए ले जाते हैं और उसका इलाज कराते हैं. नागिन के सात बार डसने के बावजूद बबलू अभी भी जिंदा है. नागिन का यह बदला इन दिनों रामपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है. बबलू का कहना है कि पहली बार जब दोनों नाग-नागिन दिखे थे तब दोनों काले रंग के थे, संभव है कि वे कोबरा प्रजाति के हों. बबलू ने बताया आखिरी हमला परसो हुआ है. उस दिन भी इलाज मिलते ही बच गया.

नागिन का बदला

इस बारे में फार्म के मालिक सत्येंद्र बताते हैं कि बबलू के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं. वह उनके भरण-पोषण के लिए खेत में काम करता है. हर बार नागिन आती है और चुपके से बबलू को डस लेती है. जैसे ही इसकी सूचना लगती है सभी दौड़कर उसे डॉक्टर के पास ले जाते हैं. जैसे-तैसे उसकी जिंदगी बच जा रही है. नागिन के बदले के कारण बबलू की जिंदगी हर वक्त खतरे में रहती है. न जाने यह हमला कब तक होता रहेगा. उनके मुताबिक संभव है कि नागिन बबलू से नाग की मौत का बदला ले रही हो. उनका कहना है कि नागिन कोबरा प्रजाति की है.

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रामपुरः आपने यह कहावत तो जरूर सुनी होगी जाको राखे साइयां, मार सके न कोई. एक नाग को मारने वाले शख्स के साथ इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है. नाग की मौत से तड़प रही एक नागिन इस शख्स पर सात बार हमला कर चुकी है. हर बार यह शख्स किसी न किसी तरीके से बच जाता है. नागिन का यह खतरनाक बदला अभी भी जारी है.

रामपुर के स्वार तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मिर्जापुर के रहने वाले एहसान उर्फ बबलू ने बताया कि कुछ माह पहले वह गांव के कृषि फार्म के खेत में काम कर रहा था. अचानक काले रंग का नाग-नागिन का एक जोड़ा सामने आ गया. जान बचाने के लिए उसने फावड़े से एक नाग को मार डाला और वहीं मिट्टी में दबा दिया जबकि नागिन भाग गई.

एहसान उर्फ बबलू .
एहसान उर्फ बबलू .

बकौल बबलू, इसके बाद उस पर नागिन का हमला शुरू हो गया. वह किसी भी खेत पर काम करने जाता तो नागिन चुपचाप उसके पीछे पहुंच जाती और डस लेती. सात महीने में करीब सात बार हमला हो चुका है. हर बार आसपास के लोग उसे उपचार के लिए ले जाते हैं और उसका इलाज कराते हैं. नागिन के सात बार डसने के बावजूद बबलू अभी भी जिंदा है. नागिन का यह बदला इन दिनों रामपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है. बबलू का कहना है कि पहली बार जब दोनों नाग-नागिन दिखे थे तब दोनों काले रंग के थे, संभव है कि वे कोबरा प्रजाति के हों. बबलू ने बताया आखिरी हमला परसो हुआ है. उस दिन भी इलाज मिलते ही बच गया.

नागिन का बदला

इस बारे में फार्म के मालिक सत्येंद्र बताते हैं कि बबलू के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं. वह उनके भरण-पोषण के लिए खेत में काम करता है. हर बार नागिन आती है और चुपके से बबलू को डस लेती है. जैसे ही इसकी सूचना लगती है सभी दौड़कर उसे डॉक्टर के पास ले जाते हैं. जैसे-तैसे उसकी जिंदगी बच जा रही है. नागिन के बदले के कारण बबलू की जिंदगी हर वक्त खतरे में रहती है. न जाने यह हमला कब तक होता रहेगा. उनके मुताबिक संभव है कि नागिन बबलू से नाग की मौत का बदला ले रही हो. उनका कहना है कि नागिन कोबरा प्रजाति की है.

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