रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने मोहल्ला नालापार पर नगर पालिका अध्यक्ष पद की दावेदार फातमा जबी के लिए जनसभा को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करने के दौरान आजम खान अपने तल्ख अंदाज में नजर आए और विरोधियों को खुले मंच से चेतावनी दी. आजम खान ने मंच से राजनीतिक विरोधियों को जमकर कोसा और सत्ता में वापसी के बाद के अपने मंसूबे जनता से साझा किए.
आजम खान ने कहा कि विकास की बात करने वालों को अपनी जबान काट कर फेंक देनी चाहिए. क्योंकि वे यहां के स्ट्रीट लाइट का फ्यूज बल्ब नहीं बदलवा सके हैं. कहा कि इन लोगों का ऐसा बढ़िया हाजमा है जो लोग सारे देश के हवाई अड्डे हजम कर गए. बंदरगाह हजम कर गए. सोचो कितना बड़ा पेट होगा. लाल किला पेट में रख लिया, लेकिन ताजमहल नहीं खा रहे रहे हैं, क्योंकि वहां कोई फातिहा ना पढ़ने आ जाए. इसलिए ताजमहल नहीं रख रहे हैं क्योंकि वहां पर मुमताज भी है और शाहजहां भी है.
आजम खान ने अपनी स्पीच के दौरान कहा कि यही जिंदगी का निजाम है. अच्छे लोग नहीं हैं तो बुरे लोग कैसे रह जाएंगे. जिन लोगों ने यह समझ लिया के वे इख़्तेदार का पट्टा लिखवा कर लाए हैं. ऐसा नहीं है. हमने इंदिरा गांधी का भी दौर देखा. राजीव गांधी से ज्यादा तो किसी के पास एमपी थे ही नहीं थे, उनके तो चिथड़े भी नहीं मिले. जब कुदरत इंतकाम लेती है तो संजय गांधी उड़ते हैं जिंदा, मिलते हैं नीचे हिस्सों में कुदरत का इंतकाम बहुत सख्त होता है. जब अल्लाह किसी पर मेहरबान होता है तो हमारा हेलीकॉप्टर उड़ता है बुलंदियों पर और पर टूट जाता है. हेलीकॉप्टर फिर भी वापस नीचे जमीन पर उतर आता है. आजम खान ने अपने तंज भरे अंदाज में कहा कि जो लोग विकास की बात करते हैं. उनको अपनी जुबान काट कर फेंक देना चाहिए. अक्सर लोग कहते हैं कि मेरा थूका चाट लिया, लेकिन मेरे मुंह में तो अब थूक भी नहीं बचा कि मेरा थूका चाट लें.
आजम खान ने कहा कि यूनिवर्सिटी को नुकसान पहुंचा दिया. आज अलीगढ़ या बनारस में क्या चीज पहचान है, यूनिवर्सिटी क्या चीज रोजगार देती है. यूनिवर्सिटी से लाखों लोगों के घर चलते हैं. पेट भरे जाते हैं, क्योंकि तुम से बदला लेना है. इसलिए तुम्हारे हाथ में चाकू देने का इंतजाम है, ताकि तुम वही रामपुर वाले हो जाओ जो 40 साल पहले थे. एक ही दिन में चार चार कत्ल हुआ करते थे. 80 लाख रुपये का एक चाकू तैयार किया गया है तुम्हारी पहचान बनाने के लिए.
आजम खान ने कहा रामपुर पब्लिक स्कूल बंद कर दिया गया और खाली करा लिया गया. उसमें अफसरान के बच्चे पढ़ते हैं और मामूली फीस ली जाती है. लाख बुरे हैं हम, लेकिन कोरोना में भी मेरे मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग इस्तेमाल हुई. अरे कितना चाटोगे अब तो तुम्हारी जबान भी निकल कर लटक गई है. सुनो नालेपार वालों सत्ता पलट जाएगी तो जिन पुलिस वालों ने तुम्हारे घर के दरवाजे तोड़े हैं. जिन्होंने तुम्हारे ठोकरें मारी हैं. यही तुम्हें खड़े होकर इसी बूट से सैल्यूट किया करेंगे. आजम खान ने कहा कि 40 से 42 साल की सियासी जिंदगी का तजुर्बा यही है. यह तो भाई ये उसके साथ हैं. जिसकी सरकार है अब इन्हें मालूम हो गया. यहां तक नेता ज़्यादती करा सकते हैं. अब इससे आगे की आने वाली सरकार कराएगी. समझते हो मेरा मतलब...आजम खान ने कहा कि देखो यह इतनी लाइन खींची गई है, अब जब सरकार बदलेगी तो इससे लंबी लाइन तो खिंचेगी, लंबी लाइन कौन खेचेगा...
आजम खान ने कहा पैसा न कल कम था और न इंशाल्लाह कल कम होगा. बहुत पैसा था हमारी सरकार के पास. यह कहते हैं पैसे ही नहीं हैं. इन लोगों का ऐसा बढ़िया हाजमा है जो लोग सारे देश के हवाई अड्डे हजम कर जाएं, जितने बंदरगाह थे वह सब हजम कर गए. सोचो कितना बड़ा पेट होगा. लाल किला पेट में रख लिया. अच्छा ताजमहल नहीं रख रहे हैं..वहां फातिहा ना पढ़ने आ जाए...ताजमहल नहीं रख रहे हैं वहां पर मुमताज भी है और शाहजहां भी है।
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