रामपुर: सपा नेता आजम खान की विधायकी रद्द होने के बाद रामपुर में विधानसभा का उपचुनाव होना है. इस उपचुनाव में अभी किसी भी पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. वहीं, कांग्रेस ने इस उपचुनाव से किनारा कर लिया है.
उपचुनाव में अगर बसपा अध्यक्ष मायावती प्रत्याशी नहीं उतारती हैं. तो, शहर में विधानसभा का दलित समाज का लगभग 20 हजार वोट किस के खाते में जाएगा. किस पार्टी पर दलित समाज के लोग भरोसा करेंगे? किसे वोट देंगे इसी बात पर चर्चा करने के लिए ईटीवी भारत ने दलित समाज के कुछ पढ़े-लिखे नौजवान और युवाओं से चर्चा की.
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इस बार उपचुनाव को लेकर दलित समाज का क्या है मूड? किस पार्टी पर दलित समाज के लोग करेंगे भरोसा? इस पर दलित समाज के युवाओं ने कहा कि जो पार्टी दलित समाज को पार्टी में हिस्सेदार बनाएगी और टिकट में भागीदार बनाएगी उसी पार्टी को दलित समाज वोट देगा. वह कोई भी पार्टी हो सकती है.
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