रामपुर: जनपद के एक सरकारी अस्पताल की स्टाफ नर्स के कमरे से लाखों रुपये की प्राइवेट दवाइयां बरामद हुई हैं. दवाइयों की कीमत 4 से 5 लाख रुयये बताई जा रही है. दवाइयां बरामद होने के बाद शाहबाद सीएचसी अधीक्षक ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि स्टाफ नर्स का एक साल पहले बरेली जनपद ट्रांसफर हो गया था. इसके बाद भी उसने आवास खाली नहीं किया था.
पूरा मामला तहसील शाहाबाद स्थित सीएचसी का है. यहां पर मधु मिश्रा नाम की स्टाफ नर्स की तैनाती थी. एक साल पहले उसका रामपुर से बरेली ट्रांसफर हो गया. स्टाफ नर्स को शाहबाद में आवास आवंटन हुआ था, उस आवास पर मधु मिश्रा का ही अभी तक कब्जा था. आवास में ताला लगाने के बाद वह बरेली में रह रही थी. स्टाफ नर्स के ट्रांसफर होने के बाद सीएससी अधीक्षक आरके चंदेल ने कई बार मधु मिश्रा से आवास खाली करने को कहा. लेकिन, मधु ने आवास खाली नहीं किया. कई बार नोटिस मिलने के बाद भी उसने आवास खाली नहीं किया. शनिवार को जब आवास का ताला तोड़वाने सीएचसी अधीक्षक पहुंचे तो वहां का नजारा ही कुछ अलग था. ताला तोड़ने के बाद स्टाफ नर्स का पूरा कमरा दवाइयों से भरा हुआ था. दवाइयों का जखीरा देखने के बाद सीएचसी अधीक्षक ने मामले की जानकारी सीएमओ को दी.
इस पूरे मामले में शाहबाद सीएससी अधीक्षक आरके चंदेल ने बताया कि सीएससी में तैनात स्टाफ नर्स मधु मिश्रा का तबादला एक साल पहले बरेली जनपद में हो गया था. उनके द्वारा आवास खाली नहीं किया गया था. शनिवार को उनके आवास का ताला तोड़ा गया तो कमरे से लाखों रुपये की दवाएं बरामद हुई हैं. इन दवाओं की कीमत 4 से 5 लाख रुपये है. इस मामले में उन्होंने सीएमओ और औषधि निर्देशक को जांच के लिए एक पत्र लिखा है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आला अधिकारी द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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