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नहर विभाग में करोड़ो का घोटाला, DM में जांच के लिए गठित की 50 टीमें

रामपुर में नहरों की सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाले की बात सामने आ रही है. करोड़ों के घोटाले के आरोप नहर विभाग पर लग रहे हैं. आरोप है कि नहरों की सफाई के नाम पर विभाग ने बंदरबांट किया. इन आरोपों के बाद जिलाधिकारी ने सख्त रवैया अपनाते हुए जांच के लिए इन 50 टीमों का गठन किया है. इन टीमों की जांच के बाद ही सफाई का पैसा ठेकेदार को पहुंचेगा.

नहर विभाग में करोड़ो का घोटाला
नहर विभाग में करोड़ो का घोटाला
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Published : Dec 2, 2021, 1:40 PM IST

Updated : Dec 3, 2021, 6:20 AM IST

रामपुर: रामपुर में नहरों की सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाले की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर रामपुर में नहरों की सफाई के कार्य की जांच 50 टीमों से ज्यादा करेंगी. करोड़ों के घोटाले के आरोप नहर विभाग पर लग रहे हैं. आरोप है कि नहरों की सफाई के नाम पर विभाग ने बंदरबांट किया. इनकी मिलि शिकायतों पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ ने 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है. जो नहर विभाग के सफाई कार्यों की जांच करेंगी. इन टीमों की जांच के बाद ही सफाई का पैसा ठेकेदार को पहुंचेगा. पिछले कई दिनों से नहर विभाग पर गंभीर आरोप लग रहे थे कि नहर की सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हो रही है. जिसके बाद जिलाधिकारी ने सख्त रवैया अपनाते हुए जांच के लिए इन 50 टीमों का गठन किया है.


जनपद रामपुर में नहर विभाग जो किसान के लिए बहुत ही मायने रखता है, लेकिन नहर विभाग किसानों की अनदेखी कर रहा है. रामपुर का किसान महंगा डीजल डाल कर इंजन चला कर खेतों को पानी देने को मजबूर. नहर विभाग की ओर से नहरों में न तो पानी ही मिल पाता है और न ही नहरों की सफाई हो पाती है. कुछ नहरे हैं जिसमें सफाई होती है या उनमें पानी छोड़ा जाता है और वह भी खानापूर्ति की जाती है. वह भी अपने अधिकारियों को फोटो दिखाने के लिए, लेकिन ज्यादातर नहरें गंदी हैं, सूखी पड़ी हैं. किसान परेशान है.

DM में जांच के लिए गठित की 50 टीमें

कई बार इसकी शिकायत आला अधिकारियों से भी कर चुका है. लेकिन शिकायत के नाम पर मिलता है तो सिर्फ आश्वासन. कुछ दिन पहले सिचाई बन्धु के उपाध्यक्ष राजकुमार चौहान नहरों की सफाई के नाम पर 3 करोड़ के घोटाले की शिकायत मंडलायुक्त से की थी और भाकियू के जिला अध्यक्ष हसीब अहमद ने नहरों की सफाई के नाम पर करोड़ों के घोटाले की शिकायत डीएम से की है. इसी को देखते हुए डीएम ने नहरों की सफाई की जांच के लिए 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है.

वहीं किसान नेता सलीम वारसी ने कहा कि रामपुर में कहीं भी किसी जगह नहर की सफाई नहीं हुई है. नहरों की सफाई के लिए जो पैसा आता है उसे बंदरबांट कर लिया जाता है. ठेकेदार से सांठगांठ कर फर्जी बिल लगाकर पैसा निकाल लिया जाता है, सलीम वारसी ने कहा किसी नहर के अभी सफाई नहीं हुई है न ही टेल तक पानी आता है.

यह भी पढ़ें- UPTET के बहाने योगी सरकार पर बरसे वरुण गांधी, केंद्र को भी लपेटे में लिया


वहीं हमने नहरों की सफाई को लेकर जिलाअधिकारी रविन्द्र कुमार मादड़ से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारा सिंचाई का जो पूरा सिस्टम है. रबी के सीजन में उसकी सफाई के लिए पैसा आता है. उसमें नहर की सिल्ट सफाई कराना होता है. हमने विभाग से कहा है कि जो भी उनकी सफाई कार्य होंगे हम उसका निरीक्षण कराएंगे. इस निरीक्षण के बाद ही हम जो भी उस नहर की सफाई का पैसा रिलीज होगा.

डीएम ने कहा नहर विभाग ने 10 दिसंबर तक का कहा है कि सारा नहर के सफाई का कार्य पूरा कर लेंगे. नहरों में पानी छोड़ने से पहले हम उसका क्रॉस वेरीफाई करायेंगे. इस बार हमारी ऐतिहासिक सफाई नहरों की होगी. नहर विभाग के नहरों की सफाई के लिए हमने 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है जो नहरों की सफाई कार्य की जांच करेंगे.



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रामपुर: रामपुर में नहरों की सफाई के नाम पर करोड़ों का घोटाले की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर रामपुर में नहरों की सफाई के कार्य की जांच 50 टीमों से ज्यादा करेंगी. करोड़ों के घोटाले के आरोप नहर विभाग पर लग रहे हैं. आरोप है कि नहरों की सफाई के नाम पर विभाग ने बंदरबांट किया. इनकी मिलि शिकायतों पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादड़ ने 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है. जो नहर विभाग के सफाई कार्यों की जांच करेंगी. इन टीमों की जांच के बाद ही सफाई का पैसा ठेकेदार को पहुंचेगा. पिछले कई दिनों से नहर विभाग पर गंभीर आरोप लग रहे थे कि नहर की सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति हो रही है. जिसके बाद जिलाधिकारी ने सख्त रवैया अपनाते हुए जांच के लिए इन 50 टीमों का गठन किया है.


जनपद रामपुर में नहर विभाग जो किसान के लिए बहुत ही मायने रखता है, लेकिन नहर विभाग किसानों की अनदेखी कर रहा है. रामपुर का किसान महंगा डीजल डाल कर इंजन चला कर खेतों को पानी देने को मजबूर. नहर विभाग की ओर से नहरों में न तो पानी ही मिल पाता है और न ही नहरों की सफाई हो पाती है. कुछ नहरे हैं जिसमें सफाई होती है या उनमें पानी छोड़ा जाता है और वह भी खानापूर्ति की जाती है. वह भी अपने अधिकारियों को फोटो दिखाने के लिए, लेकिन ज्यादातर नहरें गंदी हैं, सूखी पड़ी हैं. किसान परेशान है.

DM में जांच के लिए गठित की 50 टीमें

कई बार इसकी शिकायत आला अधिकारियों से भी कर चुका है. लेकिन शिकायत के नाम पर मिलता है तो सिर्फ आश्वासन. कुछ दिन पहले सिचाई बन्धु के उपाध्यक्ष राजकुमार चौहान नहरों की सफाई के नाम पर 3 करोड़ के घोटाले की शिकायत मंडलायुक्त से की थी और भाकियू के जिला अध्यक्ष हसीब अहमद ने नहरों की सफाई के नाम पर करोड़ों के घोटाले की शिकायत डीएम से की है. इसी को देखते हुए डीएम ने नहरों की सफाई की जांच के लिए 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है.

वहीं किसान नेता सलीम वारसी ने कहा कि रामपुर में कहीं भी किसी जगह नहर की सफाई नहीं हुई है. नहरों की सफाई के लिए जो पैसा आता है उसे बंदरबांट कर लिया जाता है. ठेकेदार से सांठगांठ कर फर्जी बिल लगाकर पैसा निकाल लिया जाता है, सलीम वारसी ने कहा किसी नहर के अभी सफाई नहीं हुई है न ही टेल तक पानी आता है.

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वहीं हमने नहरों की सफाई को लेकर जिलाअधिकारी रविन्द्र कुमार मादड़ से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारा सिंचाई का जो पूरा सिस्टम है. रबी के सीजन में उसकी सफाई के लिए पैसा आता है. उसमें नहर की सिल्ट सफाई कराना होता है. हमने विभाग से कहा है कि जो भी उनकी सफाई कार्य होंगे हम उसका निरीक्षण कराएंगे. इस निरीक्षण के बाद ही हम जो भी उस नहर की सफाई का पैसा रिलीज होगा.

डीएम ने कहा नहर विभाग ने 10 दिसंबर तक का कहा है कि सारा नहर के सफाई का कार्य पूरा कर लेंगे. नहरों में पानी छोड़ने से पहले हम उसका क्रॉस वेरीफाई करायेंगे. इस बार हमारी ऐतिहासिक सफाई नहरों की होगी. नहर विभाग के नहरों की सफाई के लिए हमने 50 से ज्यादा टीमों का गठन किया है जो नहरों की सफाई कार्य की जांच करेंगे.



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Last Updated : Dec 3, 2021, 6:20 AM IST
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