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हिस्ट्रीशीटर देश का गृह राज्यमंत्री नहीं बन सकता है: राकेश टिकैत - up latest news

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत गुरुवार को रामपुर पहुंचे. यहां राकेश टिकैत ने कहा कि कोई हिस्ट्रीशीटर देश का गृह राज्यमंत्री नहीं बन सकता है.

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Published : Oct 7, 2021, 4:19 PM IST

Updated : Oct 7, 2021, 9:46 PM IST

रामपुर: भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय पर बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जो भी लखीमपुर खीरी का आरोपी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और गृह राज्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी और गृहमंत्री अपना इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक मृतक परिवार वालों को इंसाफ नहीं मिल पाएगा. किसानों को जानबूझकर गाड़ियों से कुचला गया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत



रामपुर कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय पर गुरुवार सुबह से ही किसानों का जमावड़ा लग गया था. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत बीकेयू के जिला कार्यालय पर पहुंचे. वहां किसानों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. राकेश टिकैत ने लखीमपुर की घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी और मंत्री को इस्तीफा देने के लिए 12 तारीख तक का समय सरकार को दिया गया है. पूरे देश में आंदोलन होंगे. आंदोलन की रूपरेखा 12 तारीख को तय की जाएगी. सरकार ने पांच लोगों को मुआवजा दिया है. जिन पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें किसान भी थे और एक पत्रकार भी थे. उनको इंसाफ तब मिलेगा, जब आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) इस्तीफा देंगें.

ये भी पढ़ें- चुनाव से पहले भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित, पीएम मोदी-मुरली मनोहर जोशी को किया गया शामिल

राकेश टिकैत ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर देश का गृह राज्यमंत्री नहीं बन सकता है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहेगी तो हम सरकार से ही बात करेंगे. हम आंदोलन को संघर्ष से समाधान की ओर लेकर जाना चाहते हैं. सरकार आंदोलन को समाधान से संघर्ष की ओर लेकर जाना चाहती है. राजनीतिक पार्टियों और हमारे बीच बस यही अंतर है. बातचीत से ही समाधान होगा. दिल्ली में भी 12 दौर की बातचीत हुई. जिसकी सरकार होगी, बातचीत उन्हीं से होगी और उनके अधिकारियों से होगी.

राकेश टिकैत ने कहा कि वहां पर तीन तरह की कमेटियां थी परिवार, रिश्तेदार और किसान संगठन. उधर अधिकारियों की तीन कमेटियां थी प्रमुख सचिव के स्तर की, एडीजी के स्तर की और तीसरी थी डीएम और एसएसपी के स्तर की. किसानों की कमेटी में करीब 10 हजार लोग शामिल थे.

रामपुर: भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय पर बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जो भी लखीमपुर खीरी का आरोपी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और गृह राज्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी और गृहमंत्री अपना इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक मृतक परिवार वालों को इंसाफ नहीं मिल पाएगा. किसानों को जानबूझकर गाड़ियों से कुचला गया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत



रामपुर कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय पर गुरुवार सुबह से ही किसानों का जमावड़ा लग गया था. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत बीकेयू के जिला कार्यालय पर पहुंचे. वहां किसानों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. राकेश टिकैत ने लखीमपुर की घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी और मंत्री को इस्तीफा देने के लिए 12 तारीख तक का समय सरकार को दिया गया है. पूरे देश में आंदोलन होंगे. आंदोलन की रूपरेखा 12 तारीख को तय की जाएगी. सरकार ने पांच लोगों को मुआवजा दिया है. जिन पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें किसान भी थे और एक पत्रकार भी थे. उनको इंसाफ तब मिलेगा, जब आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) इस्तीफा देंगें.

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राकेश टिकैत ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर देश का गृह राज्यमंत्री नहीं बन सकता है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहेगी तो हम सरकार से ही बात करेंगे. हम आंदोलन को संघर्ष से समाधान की ओर लेकर जाना चाहते हैं. सरकार आंदोलन को समाधान से संघर्ष की ओर लेकर जाना चाहती है. राजनीतिक पार्टियों और हमारे बीच बस यही अंतर है. बातचीत से ही समाधान होगा. दिल्ली में भी 12 दौर की बातचीत हुई. जिसकी सरकार होगी, बातचीत उन्हीं से होगी और उनके अधिकारियों से होगी.

राकेश टिकैत ने कहा कि वहां पर तीन तरह की कमेटियां थी परिवार, रिश्तेदार और किसान संगठन. उधर अधिकारियों की तीन कमेटियां थी प्रमुख सचिव के स्तर की, एडीजी के स्तर की और तीसरी थी डीएम और एसएसपी के स्तर की. किसानों की कमेटी में करीब 10 हजार लोग शामिल थे.

Last Updated : Oct 7, 2021, 9:46 PM IST
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