रामपुर: अजीम नगर थाने में एक शिक्षिका और उसके पति सहित तीन लोगों के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि 2011 से 2016 के बीच शिक्षिका की सैदनगर ब्लॉक के कुम्हरिया प्राथमिक विद्यालय में तैनाती थी, लेकिन शिक्षिका स्कूल नहीं जाती थी और उसने कई माह का वेतन भी लिया था.
दरअसल, मामला सैदनगर ब्लॉक के कुम्हारिया प्राथमिक विद्यालय का है. यहां एक शिक्षिका प्रीति यादव की 62 महीने नियुक्ति रही. 62 महीने में कुल 37 से 38 दिन शिक्षिका की उपस्थित स्कूल में दिखाई गई, लेकिन शिक्षिका ने करीब 12 माह का वेतन ले लिया. आरोप है कि शिक्षिका प्रीति यादव और उसका पति अमित यादव अपनी जान-पहचान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बताते थे. इसी जान-पहचान का सहारा लेकर शिक्षिका का पति अमित यादव प्रधानाध्यापक, बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों से रौब झाड़ता था. इसलिए कोई भी शिक्षिका प्रीति यादव के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाता था.
वहीं अब जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह राणा की ओर से अजीम नगर थाने में शिक्षिका प्रीति यादव, उसके पति अमित यादव और एक अन्य के खिलाफ पुलिस ने धारा 420, 409 में मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि एक शिकायत काफी लंबे समय से आ रही थी कि सैदनगर ब्लॉक में एक शिक्षिका ने ज्वाइन करने के बाद नाम मात्र के दिन स्कूल आई थी. थोड़ी बहुत कटौती करने के बाद उसका 5 लाख 30 हजार का वेतन निकाला गया. बीएसए और एबीएसए द्वारा यह लिखने कि शिक्षिका प्रीति यादव की सेवा समाप्त कर दी जाएगी, उसके बाद भी शिक्षिका का वेतन निकाला गया. शिक्षिका ने धोखाधड़ी के जरिये अपने वेतन का भुगतान कराया है.
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि बीएसए ने इसकी जांच करके मुझे आख्या दी है. इसमें बीएसए के द्वारा कार्रवाई भी की गई है. उन्होंने शासन को शिक्षिका से रिकवरी के लिए लिखा है और आगे की कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है. इस समय शिक्षिका जहां पर तैनात है, वहां पर भी लिखकर भेजा गया है. साथ ही जैसा एबीएसए की रिपोर्ट आई थी कि शिक्षिका और उसके पति द्वारा दबाव बनाया जाता था. शिक्षिका के वेतन का भुगतान कराने में अगर किसी अन्य का भी रोल रहा है तो उसकी भी जांच की जा रही है. इसके लिए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस द्वारा विवेचना करके इसमें अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.